सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) कलेक्शन के बजट के लक्ष्य का 70 फीसदी से ज्यादा अगस्त में ही हासिल कर लिया गया है. इसकी वजह स्टॉक मार्केट में रिटेल पार्टिसिपेशन की वृद्धि है. सरकार ने 12,500 करोड़ रुपये के बजट लक्ष्य के मुकाबले 12 अगस्त तक सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के रूप में 8,800 करोड़ रुपये कलेक्ट किए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, STT संग्रह में पिछले साल के इसी महीने में 5,291 करोड़ रुपये की तुलना में 64% की वृद्धि हुई है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज के चेयरमैन जेबी महापात्रा ने कहा, ‘STT कलेक्शन में तेज बढ़ोतरी के लिए बाजार की तेजी जिम्मेदार है.’ शेयर बाजार में अधिक खुदरा भागीदारी के कारण STT संग्रह के लिए बजटीय लक्ष्य का 70% से अधिक हासिल कर लिया गया है, जबकि सात और महीने बाकी हैं.
महापात्रा ने कहा ‘डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के मामले में, 2021-22 पिछले चार सालों में सबसे अच्छा साल है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कुछ क्षेत्र शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. हो सकता है कि हायर रेवेन्यू वाले क्षेत्रों में मांग में वृद्धि हो. आम तौर पर, कॉरपोरेट अच्छा कर रहे हैं.’
सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन पर लगने वाला STT स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से लगाया जाता है. यदि लेनदेन एक्सचेंजों के बाहर किया जाता है तो कोई STT लागू नहीं होता है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 12 अगस्त तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 87% की ग्रोथ देखी गई है और यह 3.56 ट्रिलियन रुपये हो गया है.
शेयर बाजार में लगातार तेजी देखी जा रही है. इस वजह से रिटेल निवेशकों का एक्टिव पार्टिसिपेशन देखने को मिल रहा है. सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, HDFC, टाटा स्टील जैसे शेयरों में बढ़त के चलते भारतीय इक्विटी बेंचमार्क रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए. सेंसेक्स 145 अंक बढ़कर 55,582.58 और निफ्टी 50 इंडेक्स 34 अंक बढ़कर 16,563 के हाई रिकॉर्ड पर बंद हुआ.