भीम यूपीआई (BHIM UPI)से होने वाला डिजिटल ट्रांजेक्शन का आंकड़ा अप्रैल में गिर गया है. मार्च की तुलना में 5.05 लाख करोड़ से गिरकर 4.94 लाख करोड़ हो गया है. भीम यूपीआई (BHIM UPI) से होने वाले ट्रांजेक्शन में 2.2 फीसदी की गिरावट आई है. नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है.
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक भीम यूपीआई (BHIM UPI)से होने वाला डिजिटल ट्रांजेक्शन मार्च 2021 में 5.05 लाख करोड़ था, जो अप्रैल 2021 में 4.94 लाख करोड़ हो गया. कुल मिलाकर 2.2 फीसदी की कमी आई है. यानी मार्च 2021 में 5.05 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन हुए. महीने के दौरान लेनदेन की कुल संख्या 2.64 बिलियन रही.
भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणाली को बढ़ावा, खुदरा भुगतान प्रणालियों में नवाचार और तकनीकी सहायता देने का काम भी करता है. भारत सरकार ने देश के आर्थिक लेनदेनों में पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटल इंडिया नामक कार्यक्रम की शुरुआत 2015 में की थी. हालाँकि देश में भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की स्थापना 2008 में कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत पंजीकृत एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय बैंक संघ (IBA) द्वारा की गयी थी. NPCI का उददेश्य भारत में संपूर्ण बैंकिंग प्रणाली को बुनियादी ढाँचा प्रदान करना है.
-तत्काल भुगतान सेवा (IMPS)
-एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI)
-रुपे (RuPay) कार्ड
-भीम (Bharat Interface for Money) एप
-नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (National Common Mobility Card)
-चेक ट्रंकेशन प्रणाली (CTS)
-राष्ट्रीय वित्तीय स्विच (NFS)
-राष्ट्रीय स्वचालित क्लियरिंग हाउस (NACH)
-आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AePS)
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-भारत बिल भुगतान प्रणाली (Bharat Bill Payment System)
-आधार मैपर पर प्रश्न सेवा (*99**99#)