1 मई से इन राज्यों में नहीं लगेगी वैक्सीन, जानें 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को करना होगा कब तक इंतजार

Vaccination For Above 18: कई राज्यों तक अगले चरण की जरूरत के हिसाब से अभी वैक्सीन पहुंची नहीं है. राज्य सप्लाई के मुताबिक वैक्सीनेशन की रणनीति बना रहे हैं

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Picture: PTI, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि होटलों के इस तरह के पैकेज को मंजूरी नहीं है.

Picture: PTI, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि होटलों के इस तरह के पैकेज को मंजूरी नहीं है.

एक ओर कोरोना संकट तो दूसरी ओर वैक्सीन का इंतजार. लेकिन, वैक्सीन के लिए ये इंतजार फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है. केंद्र सरकार की मानें तो कल यानी 1 मई से भारत में 18 वर्ष के ऊपर के सभी लोग वैक्सीन लगवा सकते हैं.

हालांकि, वैक्सीन की कमी के चलते कई राज्यों ने हाथ खड़े कर दिए हैं. इन राज्यों में 1 मई से 18-44 वर्ष (Vaccination for above 18) के लोगों को वैक्सीन नहीं लगाई जा सकेगी.

कोविन प्लेटफॉर्म (CoWIN), आरोग्य सेतु ऐप और उमंग ऐप पर 18 वर्ष से ऊपर वाले लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं. 30 अप्रैल की सुबह 9.30 बजे तक कोविन पोर्टल पर 2.45 करोड़ लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है.

दूसरी ओर, राज्यों में वैक्सीन सेंटर की तैयारी या वैक्सीन की उपलब्धता की जानकारी न होने की वजह से तमाम लोग अभी वैक्सीन के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक नहीं करवा पा रहे हैं.

वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में केंद्र सरकार की तरफ से 45 वर्ष के ऊपर वाले लोगों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों को वैक्सीन की सुविधा जारी रखेगी. केंद्र सरकार के सेंटर्स में इस प्राथमिकता वर्ग को मुफ्त में वैक्सीन मिलती रहेगी.

राज्य वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में उत्पादकों से खुद टीके खरीद रहे हैं. सीरम इंस्टीट्यूट 300 रुपये प्रति डोज की कीमत पर राज्यों को कोविशील्ड देगी तो वहीं कोवैक्सीन की एक डोज के लिए राज्य सरकारों को 400 रुपये खर्च करने होंगे.

कई राज्यों ने 18-44 वर्ष के लोगों के लिए मुफ्त वैक्सीनेशन का ऐलान किया है.

इन राज्यों ने 1 मई से शुरू नहीं होगा वैक्सीनेशन

दिल्ली में 2 मई तक वैक्सीन आने की उम्मीद

Vaccination in Delhi: दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी को अभी तक वैक्सीन नहीं मिली है. वे लगातार कंपनी से संपर्क में हैं और एक या दो दिन में उन्हें कोविशील्ड वैक्सीन की सप्लाई मिलेगी.

उन्होंने लोगों से कहा है कि वे कल वैक्सीन के लिए लोग सेंटर ना पहुंचें. दिल्ली सरकार ने कहा है कि जब भी वैक्सीन आ जाएगी तब ऐलान कर दिया जाएगा.

गौरतलब है कि दिल्ली में सभी वयस्कों को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का ऐलान किया गया है. केजरीवाल ने कहा है कि उनकी 3 महीने के अंदर सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की कोशिश है.

दिल्ली में अब तक कुल 32,24,939 वैक्सीन डोज (Vaccine) लगाई गई हैं जिसमें से 25,58,207 लोगों को पहली डोज मिली है और 6,66,732 लोगों को दूसरी डोज दी गई है. दिल्ली की आबादी के हिसाब से देखें तो हर 1000 व्यक्ति पर 162 लोगों को वैक्सीन लगाई गई हैं.

राजस्थान में भी देरी

Vaccination in Rajasthan: राजस्थान सरकार ने कहा है कि राज्य में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने में देरी हो सकती है क्योंकि अभी तक सीरम इंस्टिट्यूट की ओर से राज्य सरकार को कोई जानकारी नहीं दी गई कि वैक्सीन कब तक पहुंचाई जाएगी. राजस्थान ने SII को 3.75 करोड़ वैक्सीन डोज का ऑर्डर दिया है.

राज्य में अब तक 5,80,846 लोगों को कोरोना संक्रमण हो चुका है जिसमें से 4.07 लाख लोग ठीक हो चुके हैं और 4084 लोगों की मौत हुई है.

राज्य में अब तक 1,29,36,911 वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है और 21,91,129 लोगों को दोनों डोज दी जा चुकी हैं. प्रति 1000 व्यक्ति राज्य में 167 वैक्सीन डोज लगाई गई है.

गुजरात में 15 दिन बाद होगी शुरुआत

Vaccination in Gujarat: एक लाइव संबोधन के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा है, “गुजरात ने 2.5 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर दिया है.” हालांकि, टीकाकरण की शुरुआत 1 मई के बजाय 15 दिन बाद होगी.

राज्य सरकार ने पहले टीकाकरण के लिए 1.5 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर दिया था उसमें 1 करोड़ की बढ़ोतरी की गई है. इसके लिए राज्य सरकार पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट से कोविशील्ड वैक्सीन की 2 करोड़ खुराक और हैदराबाद की भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 50 लाख खुराक खरीदेगी.

गुजरात में प्रति 1000 व्यक्ति 180 डोज लगाई गई है जो अन्य कई राज्यों के मुकाबले बेहतर है.

मध्य प्रदेश में नीति पर काम जारी

Vaccination in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उम्मीद जताई है कि 3 मई से राज्य को वैक्सीन डोज मिल जाएगी जिससे वे युवाओं में वैक्सीन लगाने की रणनीति तय कर पाएंगे.

उन्होंने कहा है, “वैक्सीन आने के बाद में अगले चरण में युवा लोगों के वैक्सीनेशन प्लान को अंतिम रूप दे पाएंगे. धीरज रखें, हड़बड़ाने की जरूरत नहीं है.”

मध्य प्रदेश ने भी सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को वैक्सीन के लिए ऑर्डर दे दिया है. राज्य में अब तक 80.76 लाख वैक्सीन डोज लगाई गई है जो आबादी के मुताबिक प्रति 1000 व्यक्ति 98 डोज ही दी लगाई गई है.

महाराष्ट्र में कोरोना संकट

Vaccination in Maharashtra: महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट ने राज्य को 3 लाख डोज देने की सहमति दी है, लेकिन ये राज्य में वैक्सीनेशन ड्राइव बड़े स्तर पर शुरू करने के लिए काफी नहीं है.

उन्होंने कहा कि राज्य को कम से कम 25 से 30 लाख डोज की जरूरत है जिसके बाद ही वे 18-44 वर्ष के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू कर पाएंगे.

राज्य में प्रति 1000 व्यक्ति 130 वैक्सीन डोज लगाई गई है. अब तक राज्य में 1.58 करोड़ को वैक्सीन डोज दी जा चुकी है.

महाराष्ट्र में अब तक 45 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 संक्रमण हो चुका है और 37,99,266 लोग ठीक भी हो चुके हैं. लेकिन, अब तक राज्य में 67,985 लोगों को कोरोना लील गया है.

उन्होंने कहा कि उत्पादकों से उन्होंने वैक्सीन की डिलीवरी का शेड्यूल पूछा है. टोपे ने कहा कि अगले चरण के वैक्सीनेशन में क्या रणनीति हो इस पर एंपावर्ड कमेटी फैसला लेगी.

केरल में दूसरे डोज को प्राथमिकता

Vaccination in Kerala: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि राज्य वैक्सीनेशन में उन लोगों को प्राथमिकता देगा जिन्हें दूसरी डोज लगाई जानी है. विजयन ने कहा है कि लोगों को अभी वैक्सीन के लिए सेंटर पर भीड़ नहीं जुटानी चाहिए.

उन्होंने कहा है कि 6-8 हफ्तों के बीच कोविशील्ड का दूसरा डोज लेना है और कोवैक्सीन का पहला डोज लिया था तो 4 हफ्ते बाद दूसरा डोज लेना है. इन लोगों को वैक्सीन लगाने के बाद ही बाकियों के लिए ऑनलाइन बुकिंग की शुरुआत की जाएगी.

केरल में तेजी से वैक्सीनेशन हो रहा है. यहां प्रति 1000 व्यक्ति 205 डोज लगाए गए हैं. हालांकि राज्य में पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना के मामलों में भी तेजी आई है.

अब तक 15,33,984 लोगों को संक्रमण हुआ है जिसमें से 12,44,301 लोग ठीक हो गए हैं. 38 हजार से ज्यादा नए मामले पिछले 24 घंटो में आए हैं.

वहीं, राज्य का मृत्यु दर भी अन्य राज्यों और राष्ट्रीय औसत के मुकाबले काफी कम है. यहां मृत्यु दर 0.34 फीसदी है.

Published - April 30, 2021, 06:30 IST