सरकार ने सोमवार को कोविड-19 उपचार के लिए नैदानिक परामर्श में संशोधन किया और मरीजों के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) के उपयोग को नैदानिक प्रबंधन दिशा-निर्देश से हटा दिया.
सरकार ने पाया कि कोविड-19 मरीजों के उपचार में प्लाज्मा थेरेपी गंभीर बीमारी को दूर करने और मौत के मामलों को कम करने में फायदेमंद साबित नहीं हुई.
कोविड-19 के लिए गठित राष्ट्रीय कार्य बल-आईसीएमआर की पिछली सप्ताह हुई बैठक के दौरान सभी सदस्य प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) को नैदानिक प्रबंधन दिशा-निर्देश से हटाने पर सहमत हुए थे, जिसके बाद सरकार का यह निर्णय सामने आया है. प्लाज्मा थेरेपी को कोविड-19 मरीजों के उपचार में प्रभावी नहीं पाया गया है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक अधिकारी ने कहा कि कार्य बल ने व्यस्क कोविड-19 मरीजों के लिए उपचार संबंधी नैदानिक परामर्श में संशोधन करते हुए प्लाज्मा थेरेपी को हटा दिया.
उल्लेखनीय है कि कुछ चिकित्सा विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजयराघवन को देश में कोविड-19 उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) के उपयोग को तर्कहीन और गैर-वैज्ञानिक उपयोग करार देते हुए आगाह किया था.
Coronavirus Cases: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 22,63,533 नए मरीज मिले हैं जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2.52 करोड़ के पार निकल गई है. पिछले 28 दिनों में ये एक दिन में पाए गए कोविड पॉजिटिव लोगों की सबसे कम संख्या है. नए मामलों में भले ही कमी आई हो लेकिन पिछले 24 घंटों में 4,329 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुबह 8 बजे तक के अपडेट के आंकड़े जारी किए हैं.
ठीक होने वाले लोगों की संख्या पहली बार 4 लाख के पार रही है. पिछले 24 घंटों में 4,22,436 लोग ठीक हुए हैं. यानि एक्टिव मामलों में 1.63 लाख की कमी आई है. देश में फिलहाल 33,53,765 लोगों का इलाज चल रहा है जो कुल संक्रमितों का 13 फीसदी के करीब है. अब तक 2,15,96,512 लोग ठीक हो चुके हैं जो कुल मामलों का 85.6 फीसदी है.