Oxygen Supply: देश में एक तरफ कोरोना के नए मामले लगातार 3 लाख से ऊपर बने हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ बढ़ते मामलों से मेडिकल इंफ्रा पर दबाव और ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ी है. ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए आने वाले कुछ महीनों में कई ऑक्सीजन प्लांट लगाएंगे. वहीं वायुसेना की मदद से कई सिंगापुर और कई और देशों से ऑक्सीजन टैंकर मंगाए जा रहे हैं. सऊदी अरब से 80 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई मंगाई जा रही है तो वहीं कई कॉरपोरेट्स ऑक्सीजन के लिए योगदान दे रहे हैं.
कोरोना की दूसरी लहर कब पीक पर पहुंचे, कब मामलों में गिरावट आए और ऑक्सीजन की आगे कितनी डिमांड हो सकती है अभी इसका आकलन मुश्किल है. लेकिन भविष्य की आपूर्ति और मौजूदा डिमांड के लिए केंद्र और राज्यों की क्या तैयारी है?
विदेश सचिव हर्ष वर्धन शृंगला ने कहा है कि भारत विदेश से 550 ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट, 4,000 ऑक्सीन कंसंट्रेटर्स और 10,000 ऑक्सीजन सिलेंडर लाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 40 से ज्यादा देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं. शृंगला ने बताया कि सरकार फिलहाल ऑक्सीजन सिलेंडर, क्रायोजेनिक टैंकर, लिक्विड ऑक्सीजन और ऑक्सीजन जनरेटर का अधिग्रहण करने में प्रायसरत है.
सिंगापुर से भारतीय वायुसेना ने ऑक्सीजन टैंकर एयरलिफ्ट कर भारत लाने में लगी है.
चिकित्सीय ऑक्सीजन के परिवहन के लिए कंटेनरों की एक खेप थाईलैंड से भारत पहुंची जबकि सिंगापुर, दुबई से कुछ और खाली टैंकर वायु मार्ग से मंगाए जा रहे हैं
वहीं DRDO की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए प्राइवेट कंपनियां PM केयर्स की फंडिंग के जरिए 500 ऑक्सीजन प्लांट लगाएंगी. ये अगले 3 महीने में पूरे होने की संभावना है.
कोरोना की दूसरे लहर में राष्ट्रीय राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 31 फीसदी से ज्यादा है. यहां कुल एक्टिव मामले भी 1 लाख के करीब पहुंच गए हैं. इस बीच ऑक्सीजन की किल्लत पर केंद्र और दिल्ली के बीच तनाव कोर्ट तक पहुंच चुका है.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्र से पूछा है कि क्यों मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को उनकी मांग से ज्यादा ऑक्सीजन सप्लाई (Oxygen Supply) किया गया है जबकि दिल्ली की मांग के बावजूद उनकी यहां सप्लाई नहीं बढ़ाई गई. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा है कि केंद्र सरकार कोर्ट की मांगी जानकारी पर जवाब देगी.
दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत इतनी है कि कई अस्पतालों ने पिछले हफ्ते चंद घंटों की सप्लाई बची रहने पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने हालिया संबोधन में कहा था कि वे बैंकॉक से दिल्ली के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार थाइलैंड से 18 क्रायोजेनिक टैंकर और फ्रांस से तुरंत उपयोग में लाए जाने वाले ऑक्सीजन संयंत्र का आयात करेगी.
उन्होंने कहा कि बीते सप्ताह हुई ऑक्सीजन की किल्लत की भरपाई कर ली गई है और बीते दो दिन में हालात में काफी सुधार हुआ है. दिल्ली सरकार अगले महीने विभिन्न अस्पतालों में 44 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करेगी, जिनमें से 21 संयंत्र फ्रांस के आयात किये जाएंगे. केन्द्र सरकार 30 अप्रैल तक आठ ऑक्सीजन संयंत्र लगाएगी.
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने दिल्ली को पांच ऑक्सीजन टैंकर उपलब्ध कराए हैं.
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन (Oxygen Supply) की कोई कमी नहीं है. हालांकि उनके बयान के विपरीत सोशल मीडिया पर लोग ऑक्सीजन की किल्लत का मुद्दा उठाते रहे. मुख्य मंत्री के बयान की कई नेताओं ने आलोचना भी की है.
CM ने कहा कि टाटा और रिलायंस ग्रुप ने राज्य में ऑक्सीदन सप्लाई के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है और अधिकारी उनके साथ मिलकर सप्लाई में तेजी पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार भी राज्य को कई ऑक्सीजन टैंकर मुहैया करा रही है.
उन्होंने कहा था कि हर दिन रुढ़की, काशीपुर, मोदीनगर, बोकारो से उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई पूरी की जा रही है.
राजस्थान में बढ़ते मामलों के साथ ऑक्सीजन की डिमांड में 5 गुना की बढ़ोत्तरी हुई है. जहां 3 महीने पहले राज्य में 6,500 ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड थी वहीं अब एक दिन में 31,425 ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति (Oxygen Supply) के लिए राज्य ने गुजरात के जामनगर से ऑक्सीजन टैंकर एयरलिफ्ट कराएं हैं तो वहीं अलवर में एक दिन में 1000 ऑक्सीन सीलेंडर भरने की उत्पादन क्षमता वाला प्लांट भी शुरू किया गया है.