अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना (Moderna) की कोविड-19 रोधी वैक्सीन 12 साल से 17 साल के बच्चों में किए गए दूसरे और तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में सफल रही है, कंपनी ने एक बयान जारी कर जानकारी दी है.
मॉडर्ना ने अपने बयान में कहा है कि शोध के दौरान वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद किसी में भी कोविड-19 संक्रमण नहीं पाया गया है. वैक्सीन ने प्राइमरी इम्यूनोजेनेसिटी हासिल की है.
कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन की पहली डोज देने के बाद 14 दिनों में 93 फीसदी सफलता दिखाई है.
टीनकोव (TeenCOVE) नाम के इस शोध में अमेरिका में 12 साल से ज्यादा और 18 साल से कम के 3,700 से ज्यादा बच्चों में क्लिनिकल ट्रायल किया गया है. कंपनी का कहना है कि इस शोध का डेटा वो जून तक रेगुलेटरों को सौंपेगी.
We just announced that the Phase 2/3 study of our COVID-19 vaccine in adolescents has met its primary immunogenicity endpoint. In the study, no cases of COVID-19 were observed in participants who had received 2 doses of the vaccine: https://t.co/SHTokbDhKR pic.twitter.com/rqHEfmi9s9
— Moderna (@moderna_tx) May 25, 2021
कंपनी के सीईओ का कहना है, “हमें खुशी है कि एमआरएनए-1273 (mRNA-1273) वैक्सीन किशोरों में कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा देने में कारगर है. हम अमेरेकी दवा रेगुलेटर (US FDA) और अन्य ग्लोबल रेगुलेटर्स को जून कू शुरुआत में ये डेटा सौंपेंगे और मंजूरी के लिए आवेदन देंगे.”
ट्रायल में वैक्सीन की दोनों डोज देने के बाद कोई भी कोविड-19 का मामला सामने नहीं आया. कंपनी का कहना है कि दूसरे डोज के बाद वैक्सीन ने 14 दिन में 100 फीसदी कारगर क्षमता दिखाई है.