महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए फिर बड़ा कदम उठाया है. महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने गुरुवार को लॉकडाउन को 15 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. मुख्य सचिव सीताराम कुंटे द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि प्रतिबंधों का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि राज्य को कोविड-19 के फैलने से खतरा बना हुआ है. उन्होंने कहा कि वायरस को फैलने से रोकने के लिए आपातकालीन उपायों को जारी रखना जरूरी था.
इस महीने की शुरुआत में लोगों की आवाजाही और अन्य गतिविधियों पर व्यापक प्रतिबंध लगाए गए थे, जो 1 मई को सुबह 7 बजे तक जारी रहने थे. 14 अप्रैल को प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया गया. पिछले सप्ताह इसके दायरे को और बढ़ा दिया गया.
मुंबई में लोकल ट्रेन सेवाएं और सार्वजनिक परिवहन सेवा केवल सरकार के जरूरी सेवा कर्मचारियों के लिए खुली है.
वर्तमान में, सब्जी की दुकानों, किराने की दुकानों और दूध के आउटलेट को केवल सुबह 7 से 11 बजे के बीच कार्य करने की अनुमति है. आवश्यक सेवाओं को प्रतिबंधों के दायरे से बाहर रखा गया है.
लॉकडाउन बढ़ने के संकेत एक दिन पहले ही मिल गए थे. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में प्रदेश में कोरोना के हालात को देखते हुए मिनी लॉकडाउन को 15 दिन और बढ़ाने के संकेत दिए थे. हालांकि मंत्री ने कहा कि था कि इस पर अंतिम फैसला मौजूदा लॉकडाउन के अंतिम दिन किया जाएगा.
दरअसल, महाराष्ट्र भारत में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है. यहां महामारी के बेकाबू होते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाए गए थे. इसके तहत आवश्यक कामों को छोड़कर प्रदेश में हर तरह की गतिविधी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, इसके बावजूद प्रदेश में कोरोना के मामलों पर कोई लगाम नहीं लगी. रोजाना महाराष्ट्र में 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं.