Relief Package: महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा कोरोना मरीज कर्नाटक में रोज पाए जा रहे हैं. राज्य में फिलहाल लॉकडाउन लगा है जो 24 मार्च को खत्म होने वाला है. हालांकि इसके बढ़ने का अनुमान इस से भी लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री बीएस येदयुरप्पा ने लॉकडाउन से जिन लोगों की आजीविका पर असर पड़ा है उनके लिए 1,250 करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है.
1. फूल उगाने वाले तकरीबन 20,000 किसानों को प्रति हेक्टेयर के घाटे पर 10,000 रुपये की मदद दी जाएगी. इसपर कुल 12.73 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है.
2. फल और सब्जियां उगाने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर 10,000 रुपये की वित्तीय मदद जी जाएगी, हालांकि, इसमें एक हेक्टेयर की सीमा भी है. येदयुरप्पा का कहना है कि इससे 69 हजार किसानों को फायदा होगा इसपर 69 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
3. लाइसेंस वाले रजिस्टर्ड ऑटो, टैक्सी और मैक्सी कैब चलाने वाले ड्राइवर्स को 3000 रुपये की राशि दी जाएगी. करीब 2.10 लाख लोगों को इससे फायदा होने का अनुमान है और इसके लिए 63 करोड़ रुपये खर्च आएगा.
4. मुख्यमंत्री के मुताबिक कर्नाटक बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड के तहत पंजीकृत श्रमिकों को 3,000 रुपये की मदद दी जाएगी. इसपर 494 करोड़ रुपये का खर्च होगा.
5. असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लोग जैसे नाईं, धोबी, दर्जी, कुली, सफाई कर्मी, कुम्हारों, मैकेनिक, मोची, लोहारों, घरों पर काम करने वाले लोगों को भी 2,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. इसके तहत तकरीबन 60.89 करोड़ रुपये का खर्च होगा और 3.04 लाख लोगों को फायदा मिलेगा.
6. आत्मनिर्भर भारत पैकेज के अंतरगत रजिस्टर्ड वेंडर्स को भी 2,000 रुपये की आर्थिक मदद मिलेगी, ऐसे तकरीबन 2.20 लाख लोग हैं. इस पर 44 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
7. 16,095 कलाकारों और उनकी टीम को 3,000 रुपये की मदद दी जाएगी.
गौरतलब है कि राज्य में पहले अप्रैल 27 से लॉकडाउन का ऐलान किया गया था लेकिन उसे आगे बढ़ाने का ऐलान किया गया था.
कर्नाटक में एक दिन में 30,309 नए कोरोना मरीज मिले हैं और 525 लोगों की मौत हुई है.
येदयुरप्पा ने कहा है कि राज्य में वित्तीय दिक्कतों के बावजूद उनकी सरकार लोगों की मदद के लिए राहत पैकेज (Relief Package) लेकर आई है.