अमेरिका में रोका गया इस वैक्सीन का इस्तेमाल, एक साइड इफेक्ट की वजह से लिया फैसला

ब्लड क्लॉटिंग के मामलों की जांच प्रक्रिया के पूरी होने तक जॉन्सन एंड जॉन्सन की वैक्सीन (J&J Vaccine) के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है.

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ICMR ने बताया कोरोना वैक्सीन की दो अलग-अलग डोज लेना है सेफ

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अमेरिकी दवा रेगुलेटर US FDA ने जानकारी दी है कि जॉन्सन एंड जॉन्सन की कोविड-19 वैक्सीन जैनसन (J&J Vaccine) के इस्तेमाल को कुछ समय के लिए रोका जा रहा है. रेगुलेटर ने जानकारी देते हुए कहा है कि ये रोक कुछ मामलों में ब्लड क्लॉटिंग पाए जाने के बात सतर्कता बरतते हुए लिया जा रहा है.  12 अप्रैल तक US में जैनसन के 68 लाख वैक्सीन डोज दी जा चुकी है जिसमें से 6 मामलों में वैक्सीन लगाने के बाद गंभीर ब्लड क्लॉटिंग के मामले सामने आए हैं. हालांकि ऐसे मामले मिलना आम नहीं है.

रेगुलेटर ने जानकारी में कहा है कि इन ब्लड क्लॉट का इलाज आम तौर पर ऐसे मामलों में इस्तेमाल में लाए जाने वाले इलाज से अलग है. अमेरिका की स्वास्थ्य संस्था CDC इस मामले पर बुधवार को एडवाइजरी कमिटी से बैठक करेगी और ऐसे मामलों की समीक्षा कर तय करेगी कि इनका भविष्य में कितना असर हो सकता है. इन मामलों की समीक्षा के साथ ही जांच भी की जाएगी.

इस पूरी जांच प्रक्रिया के पूरी होने तक जॉन्सन एंड जॉन्सन की वैक्सीन (J&J Vaccine) के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है.

जैनसन वैक्सीन का सिर्फ एक डोज लगाना होता है और ये कोरोना संक्रमण रोकने में 66 फीसदी सफल रही है.

अमेरिका में फिलहाल 3 वैक्सीन को दवा रेगुलेटर US FDA से मंजूरी मिली हुई है – फाइजर-बायएनटेक की वैक्सीन, मॉडर्ना की वैक्सीन और जॉन्सन एंड जॉन्सन की डेवलप की वैक्सीन जैनसन (J&J Vaccine) . कोरोना से सुरक्षा दिलाने में फाइजर की वाक्सीन 95 फीसदी सफल रही है. ये वैक्सीन 16 साल के उम्र से ऊपर के सभी लोगों को दी जा सकती है. इस वैक्सीन को 21 दिन के अंतराल पर दूसरा डोज दिया जाता है. वहीं मॉडर्ना की वैक्सीन 28 दिनों के अंतराल पर दी जाती है और इसकी कारगर क्षमता 94.1 फीसदी है.

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Published - April 13, 2021, 07:13 IST