अधिकतर कोरोना मरीज घर पर ही एहतियात और ध्यान रखने पर ठीक हो रहे हैं. अगर आपमें भी कोरोना के शुरुआती लक्षण हैं तो तुरंत टेस्ट करवाएं और घर में आइसोलेट हों. घर पर आइसोलेट (Home Isolation) होने वाले मरीजों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. ये गाइडलाइंस उन मरीजों के लिए जिनमें हल्के लक्षण हैं या कोई लक्षण नहीं हैं लेकिन वे किसी संक्रमित के संपर्क में आने से कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं.
मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे मरीजों को परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर रखनी है और सांस लेने से जुड़े और कोरोना से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का पालन करना है. मरीजों के खुद के स्वास्थ्य की जांच करते रहनी होगी और साथ ही खून में ऑक्सीजन के स्तर की भी मॉनिटरिंग जारी रहनी चाहिए.
Home Isolation: परिवार में जो सदस्य या जो भी मरीज की मदद कर रहा हो उसके पास किसी अस्पताल से संपर्क में रहना होगा ताकि कोई दिक्कत होने पर डॉक्टर की सलाह ली जा सके. अगर कोई वरिष्ठ नागरिक है या जिन्हें हाइपरटेंशन, डायबिटिज, हृदय रोग, लिवर, किडनी या फेफड़ों में कोई तकलीफ है तो ऐसे लोगों को मेडिकल ऑफिसर की सलाह के बाद ही होम आइसोलेशन में रखा जाएगा.
मरीज को एक ऐसे कमरे में रहने की जगह दें जहां कोई आए नहीं. बुजुर्ग या किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति मरीज से पूरी दूरी बनाएं. इस कमरें में हवा का प्रावह होना चाहिए और खिड़कियां खुली रहनी चाहिए ताकि ताजी हवा आती रहे.
हर 8 घंटे पर मरीज को मास्क बदलना होगा और अगर मास्क गीला हो जाता है या खराब हो जाता है तो भी उसे तुरंत बदलें. मरीज और उनका ख्याल रख रहे व्यक्ति दोनों को एन95 मास्क लगाने की सलाह दी गई है. मास्क को फेंकते वक्त उसे डिसइन्फेक्ट करना जरूरी है.
सैनेटाइजर का इस्तेमाल और 40 सेकेंड तक हाथ धोने के नियम का पालन करते रहे और पानी पीते रहें.
Revised guidelines for home isolation of mild/asymptomatic #COVID19 cases
✅Patients must isolate themselves from other household members
✅Follow respiratory etiquettes
✅Self-monitoring of health & blood oxygen#Unite2FightCorona
Details🔗https://t.co/MWCKhQOzvx pic.twitter.com/eACWNtbW3t
— PIB India (@PIB_India) April 29, 2021
अगर कोरोना पॉजिटिव मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही हो, ऑक्सीजन स्तर 94 फीसदी से कम हो, छाती में दर्द हो या उठने और जागे रहने में दिक्कत हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
ऐसे मरीज जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं है उन्हें 10 दिन तक होम आइसोलेशन (Home Isolation) का पालन करना ही है. ध्यान रहे कि 3 दिन तक कोई बुखार नहीं आना चाहिए. स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी गाइडलाइन में कहा है कि होम आइसोलेशन खत्म होने पर फिर से टेस्टिंग की जरूरत नहीं है.