Food For Only 10 Rupees: मध्य प्रदेश में अब कोई भूखा नहीं सोएगा. सरकार ने जरूरतमंद और गरीब लोगों को 10 रुपये में भरपेट भोजन (Food For Only 10 Rupees) की सुविधा उपलब्ध कराने की योजना बनाई है.
इस संबंध में राज्य में चल रही दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का विस्तार करने की बात कही गई है. राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद, राज्य के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने सभी नगर निगम आयुक्तों और मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि कोविड-19 संक्रमण के चलते दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का संचालन और भी बेहतर ढंग से किया जाए.
मध्य प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर 100 से अधिक दीनदयाल रसोई केंद्र संचालित हैं.
कोरोना और लॉकडाउन के बीच गरीब शहरी नागरिकों, अप्रवासी मजदूरों और जरूरतमंदों को आसानी से भोजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, तब राज्य में चल रहे अनेकों रसोई केन्द्र सार्थक सिद्ध हुए हैं. जिसके बाद अब शिवराज सरकार के दिए निर्देशों ने पुख्ता कर दिया है कि यदि कोविड का यह संकट लम्बा चला और लॉकडाउन को बढ़ाना पड़ा, तो भी प्रदेश का कोई गरीब भूखा नहीं सोएगा, उसे प्रतिदिन 10 रुपए में भरपेट भोजन मिलता रहेगा.
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि राज्य में चालू रसोई केन्द्र अभी भी संतोषप्रद ढंग से काम कर रहे हैं, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इन्हें और अधिक मजबूत करने की जरूरत है.
वर्तमान में कोविड-19 महामारी के कारण जिला प्रशासन द्वारा शहरों में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. इस कारण निर्धन वर्ग के परिवार, जो दैनिक मजदूरी और फुटपाथ व्यवसाय इत्यादि करते हैं, उनकी आजीविका प्रभावित हुई है.
ऐसे में, रसोई केन्द्रों की उपयोगिता और अधिक बढ़ गयी है. ऐसे निर्धन परिवार, जिन्हें भोजन की व्यवस्था करने में कठिनाई हो, उनको जिलास्तरीय समिति द्वारा निर्धारित सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए.
वर्तमान परिस्थिति में निकाय पके हुए भोजन के पैकेट के साथ-साथ सूखे राशन के पैकेट भी उपलब्ध कराने पर विचार कर सकते हैं.
वहीं, इस संबंध में राजधानी भोपाल में दीनदयाल रसोई का काम देख रहे विनोद शुक्ला का कहना है कि अकेले भोपाल में पांच स्थानों पर इस रसोई का संचालन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से रोजाना हजारों लोग भरपेट भोजन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि मोबाइल वैन के माध्यम से भी जगह-जगह भोजन पहुंचाया जा रहा है. जल्द ही नगर निगम इसके प्रचार के लिए होर्डिंग लगवाने जा रहा हैं, ताकि सभी को रसोई तक पहुंचने में आसानी रहे.
भोजन है, तो जिंदगी है। भोजन है, तो आनंद है। अपने-अपने गांव छोड़कर दूर-दराज शहरों में हम सब आते हैं, तो इसीलिए कि दो वक्त की रोटी का इंतजाम हो जाये।
रोटी, कपड़ा, मकान जीवन के लिए बहुत जरूरी है। हमारी सरकार हर गरीब को यह देने के लिए संकल्पित है: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/4uvUgUdryO
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) February 26, 2021
नवीन योजना में रसोई केन्द्रों की स्थापना के लिए 13 करोड़ 36 लाख रुपए की एक-मुश्त सहायता और 15 करोड़ 84 लाख रुपए का आवर्ती व्यय का बजट स्वीकृत किया गया है.
पहली बार राज्य शासन द्वारा पांच रुपए प्रति व्यक्ति के मान से अनुदान स्वीकृत किया गया है, जो कि प्रतिथाली पर भोजन बनाने वाले संस्थानों को दिया जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत 100 रसोई केंद्रों का शुभारंभ 26 फरवरी, 2021 को किया गया था.
दीनदयाल रसोई योजना में जन-भागीदारी को बढ़ाने के लिये योजना के पोर्टल पर ऑनलाइन दान देने की व्यवस्था भी प्रारंभ की गई है.