COVID19 Update: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने रविवार को कहा कि कोविड-19 (COVID19) टीके की छह करोड़ से अधिक खुराक 76 देशों को भेजी गयी हैं जबकि देश में लोगों को अब तक साढ़े चार करोड़ खुराक लगायी गयी हैं. हर्षवर्द्धन ने टीकाकरण अभियान को ‘‘जनांदोलन’’ बनाने का भी आह्वान किया. उन्होंने यहां सीएसआईआर-इमटेक में संवाददताओं से कहा, ‘‘इस देश में लोगों को आज सुबह तक कोविड-19 की करीब साढ़े चार करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं. छह करोड़ से अधिक खुराक 76 देशों को भेजी गयी हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा ने टीकाकरण अभियान को जनांदोलन बनाने का आह्वान किया है.’’
जीव विज्ञान के क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्द्धन ने इमटेक बायो इनोवेशन सेंटर का उद्घाटन किया जो हैदराबाद के अटल इनक्यूबेशन सेंटर का विस्तार है.
मंत्री ने कहा, ‘‘… विज्ञान में कई लंबित मुद्दों का हल करने की संभावना है, चाहे वह किसी भी क्षेत्र के हों. जब मैं सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं में या अन्य जगहों पर विज्ञान गतिविधियों को देखता हूं तो मुझे तसल्ली हो जाती है कि विज्ञान में क्षमता है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ यही वजह है कि हम अपने वैज्ञानिकों को बता रहे हैं कि हमें जनोन्मुखी पहल रखनी होगी और हम प्रयोगशालाओं में जो कुछ करते हैं, उनका भविष्य में जन सरोकार होना चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने वैज्ञानिक बिरादरी से कहा है कि उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान काफी अनुभव हासिल किया. उन्होंने इस मौके पर आगे बढ़कर हमारी काफी मदद की. उन्हें इस (कोरोना वायरस) जैसी किसी भी अनजान चीज के लिए तैयार रहना चाहिए जो शायद भविष्य में सामने आये.’’
मंत्री ने कहा कि बायो इनोवेशन सेंटर स्टार्ट अप और एमएसएमई को मदद पहुंचाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार उस किसी भी व्यक्ति के पीछे चट्टान की भांति खड़ी है जिसके पास उज्ज्वल विचार है और वह उसे उद्यमिता में बदलना चाहता है और कुछ नया खोजना या विकसित करना चाहता है.’’
उन्होंने कहा कि उद्योग जगत को कोविड-19 पर अनुसंधान को जल्द पूरा करने में मदद के लिए 900 करोड़ रूपये से अधिक का विशेष कोष गठित किया गया है.
उन्होंने सेंट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स ओर्गनाइजेशन में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फोर इंटेलीजेंट सेंसर्स एडं सिस्टम का उद्घाटन किया और वहां युवा वैज्ञानिकों से बातचीत की जिन्हें पिछले दो सालों में राष्ट्रीय पुस्कार और फेलोशिप मिले हैं.