Corona Vaccine: भारत में इस्तेमाल हो रही वैक्सीन की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार विदेशी रेगुलेटरों से मंजूरी हासिल कर चुकी वैक्सीन को जल्द से जल्द मंजूरी देने की ओर काम कर रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक US FDA (अमेरकी दवा रेगुलेटर), EMA – योरिपियन मेडिसिन एसोसेएशन, UK MHRA (यूके के स्वास्थ्य नियामक और जापान के रेगुलेटर से जिन दवाओं को मंजूरी मिली है या जो दवाएं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की ओर से इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए लिस्ट की हुई है उनको भारत फास्ट-ट्रैक कर मंजूरी देगा.
NEGVAC के दिए इस सिफारिश पर केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. इस फैसले भारत में इस्तेमाल हो रही वैक्सीन को तेजी से मंजूरी मिल सकेगी. और ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाई जा सकेगी. भारत में फिलहाल दो वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है – कोविशील्ड और कोवैक्सिन. वहीं इस लिस्ट में शामिल होने वाली सबसे नई वैक्सीन है स्पुतनिक V, जिसे रूस ने बनाया है और भारत में डॉक्टर रेड्डीज लैब ने क्लिनिकल ट्रायल किया है.
#Unite2FightCorona #LargestVaccineDrive
Centre fast tracks EUA for foreign produced #COVID19 Vaccines that have been granted EUA in other countries to Expand the Basket of Vaccines for Domestic Use and Hasten the Pace and Coverage of #Vaccination.https://t.co/svcAZZ4xMS pic.twitter.com/3bMFN7Xl79
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) April 13, 2021
इसके तहत विदेश में हुई क्लिनिकल ट्रायल की जानकारी को इस्तेमाल किया जाएगा. जबकि अब तक देश के अंदर क्लिनिल ट्रायल कराना अनिवार्य था. न्यू ड्रग्स एंड क्लिनिकल ट्रायल्स रूल्स 2019 के दूसरे शेड्यूल में स्थानीय क्लिनिकल ट्रायल का प्रावधान था.
इस फास्ट-ट्रैक के तहत जिन 100 लोगों को सबसे पहले ये वैक्सीन लगाई जाएगी उन्हें 7 दिन तक निगरानी में रखा जाएगा. इस दौरान मिली जानकारी और नतीजों के बाद ही वैक्सीन को पूरे देश के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा.
आपको बता दें कि अमेरिका में फाइजर, मॉडर्ना और जॉन्सन एंड जॉन्सन की वैक्सीन को मंजूरी मिली हुई है. तो वहीं यूके में एस्ट्राजेनेका इस्तेमाल में लाई जा रही है.