भारतीय की टेलिकॉम ऑपरेटर कंपनी वोडाफोन आइडिया ने शुक्रवार को कहा कि वह इस महीने के अंत में फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर के जरिए 18,000 करोड़ रुपये यानी 2.16 अरब डॉलर तक जुटाएगी. यह देश का सबसे बड़ा फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर होगा. कर्ज के बोझ तले दबी वोडाफोन आइडिया ने फरवरी में कहा था कि वह इक्विटी के जरिए 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगी. इसमें एक बड़ी शेयरहोल्डर इकाई से 2,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी शामिल है, जिसके नाम का कंपनी ने खुलासा नहीं किया है.
कब कर सकते हैं निवेश
ग्राहकों की संख्या के हिसाब से वोडाफोन आइडिया देश की तीसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है. कंपनी ने कहा कि FPO को 10 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर पेश किया जाएगा. यह 18 अप्रैल से 22 अप्रैल तक बोलियों के लिए खुला रहेगा. बता दें कि ऐसी कंपनियां जो पहले से शेयर बाजार में लिस्टेड हैं वो फॉलो ऑन पब्लकि ऑफर के जरिए मार्केट में नए शेयर जारी करके पैसा जुटाती हैं. इससे पहले सबसे बड़ा FPO यस बैंक 2020 में लाया था. इस FPO का साइज 15,000 करोड़ रुपये था.
अतिरिक्त कर्ज जुटाने की योजना
वोडाफोन आइडिया ने कर्ज के जरिए अतिरिक्त 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की भी योजना बनाई है. इसके लिए वह अलग-अलग कर्ज देने वालों के बातचीत कर रही है. हालांकि कंपनी ने नामों का खुलासा नहीं किया है. कंपनी ने कहा कि वह फंड हासिल करने के छह से सात महीने में अपनी 5जी नेटवर्क सेवा शुरू करने और अपने 4जी कवरेज का विस्तार करने के लिए इक्विटी और डेट फंडिंग का उपयोग करेगी.
लगातार घाटा दर्ज कर रही कंपनी
वोडाफोन आइडिया के बड़े प्रतिद्वंद्वी भारती एयरटेल और रिलायंस जियो पहले ही देश के अधिकांश हिस्सों में अपनी 5जी सेवाएं शुरू कर चुके हैं. अगस्त 2018 में यूके के वोडाफोन की भारतीय शाखा और आदित्य बिड़ला समूह के आइडिया सेल्युलर के बीच विलय हुआ था. टेलिकॉम ऑपरेटर ने तब से हर तिमाही में घाटा दर्ज किया है क्योंकि ग्राहक तेजी से प्रतिद्वंद्वियों की ओर बढ़ रहे हैं. कंपनी ने 31 दिसंबर, 2023 तक कुल 2.15 लाख करोड़ रुपये का कर्ज बताया हैं. इसमें सरकार को बकाया स्पेक्ट्रम भुगतान दायित्व भी शामिल है.