कहीं आप चूक तो नहीं रहे कमाई का ये मौका?

छोटे में खूब बरस रहे बड़े मुनाफे

कहीं आप चूक तो नहीं रहे कमाई का ये मौका?

घरेलू शेयर बाजार में विदेश निवेशकों (FIIs) की एक बार फिर जोरदार वापसी से रिटेल निवेशकों के चेहरे पर फिर रौनक लौटा दी है. भारतीय शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स-निफ्टी एक बार फिर अपने उच्चतम स्तर की ओर बढ़ते दिख रहे हैं. लेकिन सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है छोटे-मझोले शेयरों में. पिछले एक महीने में निफ्टी ने जहां करीब तीन फीसद का का रिटर्न दिया तो निफ्टी मिडकैप100 इंडेक्स ने करीब सात फीसद का का रिटर्न दिया. इस साल निफ्टी में जहां 1.5 फीसद फीसदी की बढ़त देखने को मिली तो वहीं मिडकैप इंडेक्स 4.78 फीसद ऊपर चढ़ा है.

किन शेयरों में तेजी?

आंकड़ों पर गौर करें तो 16 मई को मिडकैप इंडेक्स ने 52 हफ्तों की नई ऊंचाई 33,000 के स्तर को भी पार कर लिया. ये आंकड़े बताने के लिए काफी है कि छोटे मझोले शेयर दिग्गजों के मुकाबले काफी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले एक महीने में कई ऐसे मिडकैप शेयर ऐसे रहे जिनमें 15-25 फीसद का रिटर्न देखने को मिला है. एक महीने में ग्लेन फार्मा (Glenmark Pharma) 24.26%, सीमंस (Siemens) 16%, ल्यूपिन (Lupin) 16%, मदरसन सूमी (Motherson Sumi), भेल (BHEL) और एमआरएफ (MRF) 14 फीसद से ज्यादा चढ़े.
तेजी से सुधरे हालात

दरअसल, पहले रूस-यूक्रेन युद्ध और फिर अडानी समूह पर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने शेयर बाजार का पूरा मूड खराब कर दिया. जो लोग बड़ी संख्या में नए डीमैट खाते खुलवाकर शेयर बाजार की तेजी का लाभ उठाना चाहते थे, शेयर बाजार की लगातार गिरावट ने उनका उत्साह भी ठंडा कर दिया. हालात यहां तक कि अप्रैल महीने में रिटेल निवेशकों की शेयर बाजार में हिस्सेदारी 24 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई. रिटेल निवेशकों की हताशा का प्रमुख कारण रहा छोटे-मझोले शेयरों की जबरदस्त पिटाई. विदेशी निवेशकों की बेरुखी से रिटेल निवेशकों का भरोसा टूटने लगा था. लेकिन अब इन सेक्टरों के शेयर में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है.

क्या करें निवेशक?

अब सवाल ये बनता है कि क्या मौजूदा स्तरों पर भी मिडकैप शेयरों में खरीदारी की जा सकती है. ऐसे कौन से शेयर ऐसे हैं जिनमें खरीदारी की जा सकती है तो इसके जवाब में मंत्री फिनमार्ट के फाउंडर अरुण मंत्री कहते हैं कि जब भी विदेशी निवेशकों की खरीदारी आती है तो सबसे पहले मिडकैप शेयरों में तेजी देखने को मिलती है. रिस्क टू रिवॉर्ड रेश्यो मिडकैप शेयरों में ज्यादा बेहतर देखने को मिलता है. जब तक विदेशी निवेशकों की खरीदारी जारी रहेगी तब तक मिडकैप और स्मॉल कैप शेयरों में तेजी जारी रहेगी. अरुण मंत्री की नजर में मौजूदा स्तर पर बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB), हैवल्स (Havells) और एक्साइड इंडस्ट्रीज (Exide Industries) में खरीदारी की जा सकती है. सेक्टर के बारे में अरुण मंत्री का मानना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट और कंज्यूमर ड्यूरेबल के मिडकैप शेयरों में तेजी देखने को मिलेगी.

Published - May 18, 2023, 08:47 IST