कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और उनके बेटे पुनीत गोयनका पर किसी भी लिस्टेड कंपनी में मुख्य पदों पर नियुक्ति की रोक लगा दी है. सेबी ने अपने आदेश में कहा है कि जी एंटरटेनमेंट में मुख्य पदों पर रहते हुए निजी फायदे के लिए अपने पद का गलत इस्तेमाल किया और पैसों की हेराफेरी की. सेबी ने जी एंटरटेनमेंट को निर्देश दिया है कि उनके आदेश को सात दिन के भीतर कंपनी के बोर्ड के समक्ष रखें. साथ में सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयंका को जवाब सौंपने के लिए 21 दिन का समय भी दिया है. इस बीच सुभाष चंद्रा सेबी के फैसले के खिलाफ सिक्योरिटी अपीलेट ट्रिब्यूनल (SAT) में चुनौती दी है.
माना जा रहा है कि सेबी के इस फैसले के बाद सोनी और जी के विलय में देरी हो सकती है. इस खबर के बाद मंगलवार को जी एंटरटेनमेंट (Zee Ent) के शेयर में इंट्राडे में 6.5 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली. दरअसल, सेबी की नए आदेश के बाद जी एंटरटेनमेंट सोनी पिक्चर्स के विलय की प्रक्रिया में बाधा आ सकती है. सेबी ने अपने आदेश में कहा है कि सुभाष चंद्रा ने 4 सितम्बर, 2018 को ग्रुप की कुछ कंपनियों की ओर से यस बैंक से लिए गए लोन की एवज में लैटर ऑफ कम्फर्ट (LoC) जारी किया था. यही नहीं सेबी ने जी की वार्षिक रिपोर्ट में फंड्स मिलने से जुड़े आंकड़े गलत तरीके से दिखाए थे. सेबी से साफ कहा है कि जी ने इस मामले में गलत जानकारी दी है कि कंपनी को सहयोगी एंटिटीज से पूंजी मिली है.
इस खबर के बाद मंगलवार को जी एंटरटेनमेंट का शेयर 184.95 रुपए पर खुला जो नीचे में 182.60 रुपए में और ऊपर में 194.15 रुपए तक गया. समूह की दूसरी कंपनी जी मीडिया का शेयर आज 8.20 रुपए पर खुला और कारोबार के दौरान 7.98 से 8.20 रुपए के दायरे में रहा. स्टॉक मार्केट के एक्सपर्ट एवं मंत्री फिनमार्ट के फाउंडर अरुण मंत्री कहते हैं कि इन दोनों शेयरों से निवेशकों को दूरी बनाकर रखनी चाहिए. अगर पुराना निवेश है तो मौका देखकर बाहर निकल जाएं.