रिलायंस डीमर्जर: जेब से पैसा गया या आया?

रिलायंस डीमर्जर के बाद निवेशकों को क्या मिला

रिलायंस डीमर्जर: जेब से पैसा गया या आया?

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड यानी आरआईएल को लंबे समय से होल्ड कर रहे अहमदाबाद के शामक भाई ने आज अपने पोर्टफोलियो पर नजर डाली तो वो हैरान रह गए. दरअसल, उनको अपने पोर्टफोलियो में रिलायंस इंडस्ट्रीज में पौने 8 फीसदी की गिरावट नजर आ रही है, लेकिन एनएसई पर तो शेयर करीब पौने दो फीसदी की मजबूती लेकर बंद हुआ है. उनको ये तो पता है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड यानी जेएफएसएल का डीमर्जर हुआ है जिस वजह से शेयर में एडजस्टमेंट देखने को मिला है पर वो ये नहीं समझ पा रहे हैं कि NSE की पौने दो फीसदी की तेजी देखकर वो खुश हों या अपने पोर्टफोलियो में 7.8 फीसदी की गिरावट को देखकर दुखी? यानी कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के डीमर्जर से उनको फायदा हुआ है या नुकसान?

आइए समझते हैं क्या है उलझन?
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने फाइनेंशियल सर्विसेज कारोबार यानी जेएफएसएल के डीमर्जर के लिए 20 जुलाई रिकॉर्ड डेट तय की थी. यानी कि 20 जुलाई को जिस किसी के पास भी RIL के शेयर होंगे, वो JFSL के शेयर पाने के योग्य होंगे. RIL के हर एक शेयर के बदले में JFSL का एक शेयर मिलेगा. इसी डीमर्जर के चलते 20 जुलाई को RIL के शेयर के लिए दोनों एक्सचेंजों की ओर से एक स्पेशल प्री-ओपन सेशन भी करवाया गया ताकि JFSL के अलग होने के बाद RIL की सही कीमत का अंदाजा लग सके, RIL के शेयर की सही प्राइस डिस्कवरी हो सके.

9-10 बजे के बीच हुए इस स्पेशल प्री-ओपन सेशन के बाद NSE पर RIL के एक शेयर की कीमत 2,580 रुपए निकल कर आई जो कि 19 जुलाई की 2,841.85 की क्लोजिंग से 261.85 नीचे है, लेकिन शेयर की क्लोजिंग 2623 रुपए पर हुई. अब इन आंकड़ों को ध्यान से समझते हैं जिससे इस बात का अंदाजा लग सके कि डीमर्जर से मुनाफा हुआ है या नुकसान?

19 जुलाई को RIL के शेयर की क्लोजिंग 2,841.85 रुपए थी. वहीं 20 जुलाई की ओपनिंग या स्पेशल प्री-ओपन सेशन की क्लोजिंग 2,580 रुपए पर हुई. उस हिसाब से इन दोनों का अंतर बैठता है 261.85 रुपये. अब ये 261.85 रुपए दरअसल JFSL के एक शेयर की वैल्यू है जो इस स्पेशल प्री-ओपन सेशन के जरिए derive की गई है या डिस्कवर की गई है. इसीलिए हम बार-बार RIL की प्राइस डिस्कवरी की बात कह रहे थे. अब बात करते हैं 20 जुलाई की क्लोजिंग की. RIL का शेयर 20 जुलाई को 2623 रुपए पर बंद हुआ, जो कि 19 जुलाई की 2,841.85 रुपए की क्लोजिंग से 7.7 फीसदी के डिस्काउंट पर है. ये वही डिस्काउंट या नुकसान है जो शामक भाई को अपने पोर्टफोलियो में दिख रहा है. पर NSE पर तो RIL का शेयर पौने दो फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुआ है.

तो क्या शामक भाई को 7.7% का नुकसान हुआ है या पौने दो फीसदी का फायदा? इसका जवाब ये है कि शामक भाई को पौनो दो फीसदी का फायदा हुआ है. इसे समझने में हमारी मदद की Mantri FinMart के फाउंडर अरुण मंत्री जी ने. अरुण जी के मुताबिक RIL के शेयरधारक 43 रुपए के मुनाफे में ही हैं. अगर 19 जुलाई से तुलना करें तो NSE के नए नियमों के मुताबिक डीमर्जर के बाद बनी नई कंपनी JFSL भी निफ्टी-50 में शामिल हो गई है. तो आप पूछेंगे कि क्या निफ्टी 50 क्या निफ्टी 51 हो गया है क्या?. तकनीकी तौर पर देखें तो आप सही सोच रहे हैं. निफ्टी में वाकई ही 51 शेयर हो गए हैं पर JFSL का शेयर आपको दिखेगा नहीं… जब तक की उसकी लिस्टिंग नहीं हो जाती…

यही कारण है कि RIL के शेयर में पौने 8 फीसदी की गिरावट के बावजूद निफ्टी में आज करीब 150 अंकों की मजबूती के साथ क्लोजिंग हुई है यानी कि इंडेक्स में करीब 10 फीसदी का वेटेज रखने वाले शेयर में इतनी बड़ी गिरावट के बावजूद इंडेक्स में बड़े उछाल के साथ क्लोजिंग हुई है.

अरुण जी बताते हैं कि जिस तरह JFSL के शेयर की निफ्टी में एंट्री हुई है. उसी तरह ये शेयर उन तमाम MFs के पोर्टफोलियो में भी शामिल हो गया है. जो RIL को होल्ड करते हैं. इसीलिए RIL की होल्डिंग वाले MFs के NAV पर भी कोई असर नहीं होगा. जिस तरह लिस्टिंग के बाद JFSL का शेयर निफ्टी में दिखने लगेगा. उसी तरह ये शेयर MFs के पोर्टफोलियो में भी शामिल हो जाएगा. बस उतना ही इंतजार शामक भाई को भी करना होगा. जिससे उनको इस बात का यकीन हो जाएगा कि RIL के डीमर्जर से उनको फायदा हुआ है न कि नुकसान.

Published - July 21, 2023, 08:57 IST