Paytm में म्यूचुअल फंड्स ने बढ़ाई हिस्सेदारी, रिटेल निवेशकों का निवेश भी बढ़ा

सॉफ्टबैंक ने दिसंबर के अंत तक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 1.66 फीसद घटाकर 6.46 फीसद कर दी है.

Paytm में म्यूचुअल फंड्स ने बढ़ाई हिस्सेदारी, रिटेल निवेशकों का निवेश भी बढ़ा

डिजिटल पेमेंट कंपनी Paytm में भारतीय संस्थागत और रिटेल निवेशकों का भरोसा बढ़ने लगा है. कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक दिसंबर तिमाही के दौरान उसमें म्यूचुअल फंड्स तथा रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी में बढ़ोतरी हुई है. दिसंबर अंत तक Paytm में म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी बढ़कर 4.99 फीसदी दर्ज की गई है जो सितंबर तिमाही में 2.79 फीसद हुआ करती थी. इसी तरह रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी भी सितंबर तिमाही के 8.73 फीसद से बढ़कर 12.85 फीसद हो गई है.

दिग्गज म्यूचुअल फंड कंपनी मिराए एसेट ने कंपनी में हिस्सेदारी को 1.47 फीसद से बढ़ाकर 2.51 फीसद किया है, वहीं कंपनी में निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी 1.05 फीसद है. बाकी हिस्सेदारी अन्य म्यूचुअल फंड्स की है. इसके अलावा दिसंबर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का हिस्सा भी 5.56 फीसद बढ़कर 45.08 फीसद हो गया है.

सॉफ्टबैंक ने घटाई हिस्सेदारी
इस बीच, सॉफ्टबैंक ने दिसंबर के अंत तक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 1.66 फीसद घटाकर 6.46 फीसद कर दी है. जबकि अरबपति वॉरेन बफे की बर्कशायर हैथवे इंक दिसंबर में अपनी 2.46 फीसद हिस्सेदारी बेचने के बाद पेटीएम से बाहर हो गई.

एंटफिन नहीं रहा सबसे बड़ा शेयरधारक

पेटीएम संस्थापक और मुख्य कार्यकारी विजय शेखर शर्मा की पूर्ण स्वामित्व वाली विदेशी इकाई, रेजिलिएंट एसेट मैनेजमेंट बीवी की 31 दिसंबर तक पेटीएम में 10.29 फीसद हिस्सेदारी थी. पिछले साल अगस्त में, शर्मा ने चीन की एंट से पेटीएम में 10.3 फीसद खरीदने का समझौता किया था. सौदे के बाद, जबकि एंटफिन के पास 9.89 फीसद हिस्सेदारी है. वह पेटीएम की सबसे बड़ा शेयरधारक नहीं है.

पेटीएम के शेयरों में गिरावट
शुक्रवार को बीएसई पर पेटीएम के शेयर 1.1 फीसद बढ़कर 692.2 रुपये पर बंद हुए। कंपनी के छोटे-टिकट ऋणों से बाहर निकलने के फैसले के बाद 20 अक्टूबर को शेयर 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 998.3 रुपये से तेजी से गिर गए हैं.

Published - January 14, 2024, 12:58 IST