AGEL ने पार किया 10000 मेगावाट का आंकड़ा, अदानी बोले 'पहला दस हजारी बनने पर है गर्व'

कंपनी ने कहा कि उसके पोर्टफोलियो में 7,393 मेगावाट सोलर, 1401 मेगावाट विंड और 2,140 मेगावाट सोलर-विंड हाइब्रिड क्षमता शामिल है.

AGEL ने पार किया 10000 मेगावाट का आंकड़ा, अदानी बोले 'पहला दस हजारी बनने पर है गर्व'

ऊर्जा कंपनी अदानी ग्रीन एनर्जी 10,934 मेगावाट (मेगावाट) के ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो के साथ, 10,000 मेगावाट रीन्‍यूएबल एनर्जी के आंकड़े को पार करने वाली देश की पहली कंपनी बन गई है. गौतम अदानी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) भारत के रीन्‍यूएबल एनर्जी क्षेत्र में पहला “दस हजारी” बन गया है.

हाइब्रिड क्षमता

कंपनी ने कहा कि उसके पोर्टफोलियो में 7,393 मेगावाट सोलर, 1401 मेगावाट विंड और 2,140 मेगावाट सोलर-विंड हाइब्रिड क्षमता शामिल है. इसकी योजना 2030 तक 45,000 गीगावॉट रीन्‍यूएबल एनर्जी हासिल करने की है. बुधवार को एक फाइलिंग में कहा गया कि अदानी ग्रीन के 10,934 मेगावाट के ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो से 58 लाख से ज्यादा घरों को बिजली मिलेगी और सालाना लगभग 21 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन से बचा जा सकेगा.

नई मिसाल कायम

AGEL ने कहा कि इसने एक मिसाल कायम की है कि कैसे नई टेक्नोलॉजी, डिजिटलीकरण, एक मजबूत सप्लाई चेन नेटवर्क और लॉन्ग टर्म इंफ्रास्ट्रक्चर की फाइनेंसिंग से गीगा-स्केल पर क्लीन एनर्जी ट्रांसमिशन और डीकार्बोनाइजेशन को बढ़ावा मिल सकता है.

45 हजार मेगावाट की दिशा में काम

गौतम अदानी ने कहा कि एक दशक से भी कम समय में, अदानी ग्रीन एनर्जी ने न केवल एक हरित भविष्य की कल्पना की है, बल्कि इसे साकार भी किया है. यह उपलब्धि उस तेजी और पैमाने को दिखाता है जिस पर अदानी समूह का लक्ष्य भारत को स्वच्छ, विश्वसनीय और किफायती ऊर्जा की ओर ले जाना है. 2030 तक 45,000 मेगावाट की दिशा के अपने अभियान में, हम खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र बना रहे हैं. यह 30,000 मेगावाट की एक परियोजना है.

जीरो वेस्ट सर्टिफाइड

AGEL ने कहा कि वह अपने संचालन में स्थायी प्रथाओं का पालन कर रहा है. AGEL का ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो ‘सिंगल यूज़ प्लास्टिक फ्री’, ‘जीरो वेस्ट’ और ‘200 मेगावाट से अधिक क्षमता वाले प्लांट्स के लिए वॉटर पॉजिटिव’ प्रमाणित है.

नई नौकरियां पैदा हुई

AGEL का 10,000 मेगावाट भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड विस्तार है. यह भारत की स्थापित उपयोगिता-पैमाने की सौर और पवन क्षमता का लगभग 11 फीसद प्रतिनिधित्व करता है. यह भारत के उपयोगिता-स्तर के सोलर इन्स्टॉलेशन में 15 फीसद से ज्यादा का योगदान देता है. इसमें कहा गया है कि 3,200 से अधिक डायरेक्ट नौकरियां भी पैदा हुई हैं.

खावड़ा में नई परियोजना

इसके अलावा, अदानी ग्रीन एनर्जी गुजरात के कच्छ के खावड़ा में एक बंजर भूमि पर दुनिया की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाविकसित कर रही है. यह 30 हजार मेगावाट की एक परियोजना है. यह परियोजना 538 वर्ग किमी में फैली हुई है, जो इसे पेरिस के आकार का पांच गुना और लगभग मुंबई जितना बड़ा बनाती है. काम शुरू करने के केवल 12 महीनों के भीतर, AGEL ने पहले ही 2,000 मेगावाट की सौर क्षमता का संचालन कर लिया है, जो नियोजित 30,000 मेगावाट का 6 प्रतिशत से अधिक है.

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Published - April 3, 2024, 01:40 IST