लो कॉस्ट एयरलाइन गो फर्स्ट में प्रमोटर वाडिया ग्रुप करीब 300 करोड़ रुपए का अतिरिक्त निवेश करेंगे. इसके अलावा सरकार की ECLGS स्कीम के तहत बैंकों से भी अतिरिक्त 300 करोड़ रुपए का कर्ज जुटाया जाएगा. FY22 में 1804 करोड़ रुपए का सबसे बड़ा सालाना घाटा दर्ज करने वाली Go First को पिछले कुछ महीनों में परिचालन से जुड़ी बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कंपनी के आधे से ज्यादा विमान Pratt & Whitney यानी P&W jet engines से जुड़ी दिक्कतों के चलते खड़े हैं. यही कारण है कि मजबूत घरेलू एवियशन मार्केट में कंपनी ने अपना बड़ा कारोबार खोया है.प्रमोटर Wadia Group ने पिछले 15 महीने में करीब 3,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है और अब एक रणनीतिक साझेदार लाने पर विचार कर रहे हैं जिसको छोटी हिस्सेदारी बेची जाएगी . वैल्यूएशन्स को लेकर विवाद के चलते कंपनी अपना IPO लाने की योजना पूरी नहीं कर पाई थी और तब से ही कंपनी में वित्तीय दिक्कतों का दौर जारी है.