भारत में प्याज के दाम अपने 5 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण बेमौसम बारिश है. ज्यादातर फ़सल खराब होने से किसानों को आधे दाम पर अपनी फसल बेचना पड़ रही है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक किसान जल्द से जल्द अपनी प्याज को बेचने के लिए बड़ी संख्या APMC मंडियों पहुंच रहे हैं . इस कारण अचानक से मार्केट में प्याज का स्टॉक बढ़ गया है. रिपोर्ट के मुताबिक किसान नासिक की मंडियों में हर दिन 24,000 टन ला रहे हैं. इसमें से 70 फीसदी फसल खराब हो चुकी है. फिलहाल मार्केट में जो प्याज आ रहा है उसकी कीमत 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल है. वहीं बेहतर किस्म की प्याज की कीमत 500 से 600 रुपये है. प्याज की गिरती कीमतों का असर ग्रामीण आय पर पड़ेगा और आने वाले समय में प्याज के उत्पादन में भी कमी देखने को मिलेगी.