अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल और तिलहन की कीमतों में आई गिरावट की वजह से हाल के कुछ महीनों के दौरान देश में वनस्पति तेल के आयात में उछाल देखने को मिला है. नवंबर से शुरू हुए आयल वर्ष 2022-23 के शुरुआती 5 महीने यानी नवंबर 2022 से मार्च 2023 के दौरान देश में वनस्पति तेल के आयात में 22 फीसद का उछाल आया है. इस दौरान देश में 70.60 लाख टन वनस्पति तेल आयात हुआ है जबकि ऑयल वर्ष 2021-22 के शुरुआती 5 महीने में 57.95 लाख टन तेल आयात हुआ था. द सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का कहना है कि अगर इसी तरह खाने के तेलों का आयात होता रहा, तो किसानों के साथ-साथ घरेलू तेल इकाइयों को भारी नुकसान होगा. रिपोर्ट्स बताती हैं कि वर्तमान में मुनाफा नहीं होने के चलते 50 फीसदी से ज्यादा तेल इकाइयां या तो बंद हो गई है या फिर अपनी क्षमता का केवल 40 फीसदी ही उत्पादन कर पा रही हैं