image: Pixabay, सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2021 के लिए बढ़ाया गया है. इसे ऑल इंडिया एवरेज कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AIACPI) के आंकड़ों के आधार पर तय किया गया है.
भारत की 135 करोड़ की आबादी में से करीब 80% के पास बैंक खाते हैं. हर कस्टमर को बैंकिंग सेवाओं के लिए हर साल कुछ फीस चुकानी पड़ती है.
हालांकि, ये फीस ज्यादा नहीं होती है. लेकिन, अगर आप इन सभी चार्जेज को जोड़ें तो ये छोटी रकम नहीं होती है. यहां हम आपको बैंक के लिए जाने वाले इन्हीं चार्जेज के बारे में बता रहे हैं.
कैश ट्रांजैक्शंस के लिए
बैंक शाखाओं में आमतौर पर सभी कस्टमर्स को फ्री सर्विस की सीमा के बाहर एक शुल्क चुकाना पड़ता है. आमतौर पर हर महीने चार-पांच मुफ्त ट्रांजैक्शन की इजाजत होती है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपनी मेट्रो शाखाओं में आमतौर पर 4 फ्री ट्रांजैक्शंस की इजाजत देता है. इसके बाद कस्टमर्स को 15 रुपये और GST चार्ज देना पड़ता है.
सरकारी बैंक आमतौर पर 20 रुपये से लेकर 100 रुपये तक चार्ज लेते हैं. इसके ऊपर GST अलग से लिया जाता है.
दूसरी ओर, HDFC, ICICI और एक्सिस बैंक न्यूनतम 150 रुपये और GST चार्ज करते हैं. नॉन-होम ब्रांच ट्रांजैक्शंस पर और ज्यादा शुल्क लिया जाता है.
ATM चार्ज
अन्य ट्रांजैक्शंस की तरह से ही एक सीमा के बाहर ATM ट्रांजैक्शंस पर भी शुल्क लगता है. एक महीने में 5 मुफ्त ATM ट्रांजैक्शंस की इजाजत है.
इसके बाद SBI 15 रुपये और GST लेता है. दूसरे सरकारी बैंक 15 रुपये से लेकर 25 रुपये और GST वसूलते हैं.
दूसरी ओर, HDFC, ICICI और एक्सिस बैंक न्यूनतम 20 रुपये और GST चार्ज करते हैं.
न्यूनतम बैलेंस
बैंक अब न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर कस्टमर्स से शुल्क वसूलते हैं. मेट्रो, सेमी-अर्बन और रूरल शाखाओं की अलग-अलग न्यूनतम बैलेंस लिमिट हैं. आमतौर पर ये 5,000 रुपये, 2,500 रुपये और 1,000 रुपये है.
आमतौर पर बैंक मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर 100 रुपये और GST चार्ज करते हैं.
दूसरी ओर, मार्च 2020 में SBI मिनिमम बैलेंस पर लिए जाने वाले चार्ज से छूट दे दी है. बैंक ने SMS चार्ज से भी छूट दे दी है.
फेल्ड ATM ट्रांजैक्शन
हर असफल ट्रांजैक्शन के लिए SBI 20 रुपये और GST लेता है. ऐसे हरेक फेल्ड ट्रांजैक्शन के लिए HDFC, ICICI बैंक, कोटक महिंद्रा और एक्सिस बैंक 25 रुपये और GST शुल्क लेते हैं.
SMS चार्ज
आजकल बैंक कैश विद्ड्रॉल, कैश डिपॉजिट, FD स्टेटमेंट, फेल्ड ट्रांजैक्शन समेत सभी तरह के ट्रांजैक्शंस के लिए कस्टमर्स को सूचना देते हैं. इस सेवा के लिए बैंक कस्टमर्स से एक शुल्क वसूलते हैं.
SBI के जो कस्टमर्स SMS के साथ इंस्टाअलर्ट सर्विस के लिए रजिस्टर करते हैं उन्हें सैलरी या सेविंग्स अकाउंट्स पर 15 रुपये प्रति तिमाही शुल्क देना पड़ता है.
HDFC बैंक हर तिमाही सेविंग्स और करेंट अकाउंट्स से 25 रुपये तिमाही लेता है. दूसरी ओर, ICICI बैंक और एक्सिस बैंक के सेविंग्स अकाउंट कस्टमर्स से 15 रुपये प्रति तिमाही लिया जाता है.
डेबिट कार्ड चार्ज
आमतौर पर पहले साल में बैंक डेबिट कार्ड इस्तेमाल पर कोई चार्ज नहीं लेते. लेकिन, दूसरे साल से बैंक 100 रुपये से 500 रुपये और GST शुल्क वसूलते हैं.
क्रेडिट कार्ड पर भी दूसरे साल से 150 रुपये से लेकर 2,500 रुपये और GST वसूला जाता है.
चेकबुक चार्ज
बेसिक सेविंग्स बैंक अकाउंट वाले कस्टमर्स को एक वित्त वर्ष में 10 पन्नों वाली चेकबुक के लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है. इसके बाद कस्टमर्स को एक शुल्क चुकाना पड़ता है.
अगर आप एक ही साल में दूसरी 10 पन्नों वाले चेकबुक लेते हैं तो आपको 40 रुपये देने पड़ते हैं, 25 पन्नों वाली चेकबुक के लिए आपको 75 रुपये और GST चुकाना पड़ता है.
अगर कोई चेक बाउंस होता है तो कस्टमर को 150 रुपये से 250 रुपये चुकाने पड़ते हैं जो कि चेक की रकम पर निर्भर करता है.
IMPS फंड ट्रांसफर
NEFT और RTGS अब सभी कस्टमर्स के लिए फ्री हैं. लेकिन, IMPS ट्रांजैक्शंस पर आपको शुल्क देना पड़ता है. इस पर लगने वाला शुल्क ट्रांसफर की जाने वाली रकम पर आधारित होता है. ये आमतौर पर 5 रुपये से 25 रुपये के बीच होता है.