फेस्टिव सीजन में गोल्ड लोन लेने की सोच रहे हैं? जानिए कितना है रेट और क्या हैं नियम

इमरजेंसी में पर्सनल लोन के मुकाबले गोल्ड लोन अच्छा विकल्प है. लेकिन, गोल्ड लोन लेने से पहले आपको इसके साथ ज़ुडी शर्तें और नियमों को समझ लेना चाहिए.

  • Team Money9
  • Updated Date - August 24, 2021, 03:39 IST
gold loan, know these things before taking a gold loan in this festive season

image: Unsplash, घर में पड़ा सोना आपको खराब क्रेडिट स्कोर के बावजूद अच्छा लोन दिला सकता है.

image: Unsplash, घर में पड़ा सोना आपको खराब क्रेडिट स्कोर के बावजूद अच्छा लोन दिला सकता है.

Gold Loan: त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है और इसी के साथ खरीदारों ने बैंकों के चक्कर काटने शुरू कर दिए हैं. ग्राहकों में पर्सनल लोन के मुकाबले गोल्ड लोन लेने का आकर्षण दिख रहा है क्योंकि पर्सनल लोन 15-30% इंटरेस्ट रेट पर मिलता है, वहीं गोल्ड लोन 7-15% ब्याज पर मिल जाता है. कम क्रेडिट स्कोर होने के बावजूद फटाफट गोल्ड लोन मिल जाता है. बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों ने भी गोल्ड लोन के लिए फेस्टिव ऑफर्स लॉन्च किए हैं. यदि आप भी गोल्ड लोन के बारे में सोच रहे हैं तो इसके साथ जुड़ी कुछ अहम बातें जान लेनी चाहिए.

क्या हैं ऑफर्स?

SBI ने गोल्ड लोन के लिए कुछ दिनों पहले ही ब्याज दरों में 0.75% की कटौती की घोषणा करते हुए इंटरेस्ट रेट 7.50% किए थे. YONO ऐप के जरिए गोल्ड लोन के लिए आवेदन करने वाले ग्राहकों से SBI कोई प्रोसेसिंग फीस भी नहीं लेता.

HDFC बैंक ने फेस्टिव सीजन को ध्यान में रखते हुए 30 सितंबर तक विभिन्न ऑफर्स लॉन्च किए हैं, जिनका फायदा लेने से आपको अलग-अलग बेनेफिट मिल सकते हैं और कैशबैक एवं डिस्काउंट का फायदा मिल सकता है.

कितना चुकाना होगा ब्याज?

SBI, HDFC बैंक से आपको 7.50% से 12% इंटरेस्ट रेट पर गोल्ड लोन मिल जाती है, वहीं मूथुट फाइनेंस और मण्णपुरम जैसी NBFCs 8.35% से 15% रेट चार्ज करती हैं. गोल्ड लोन का सबसे बड़ा फायदा है कि असुरक्षित पर्सनल लोन की तुलना में ये कम ब्याज पर मिलने वाला सुरक्षित लोन है.

कितना मिल सकता है गोल्ड लोन

बैंक या फाइनेंशियल कंपनी आपके सोने को सिक्योरिटी के रूप में अपने पास रख लेता है और इससे उनका रिस्क कम हो जाता है. इसके बदले आप 1 करोड़ रुपये तक का लोन ले सकते हैं.

गोल्ड लोन (gold loan) में आप गिरवी रखे सोने के मूल्य का 75%-85% तक उधार ले सकते हैं, जिसे लोन-टू-वैल्यू (LTV) कहते है. गिरवी रखे सोने का कैरेट अगर कम है तो लोन भी उसी की वैल्यू के हिसाब से मिलेगा.

कीमतों में गिरावट आने पर क्या होगा?

सोने की कीमतों में तेज गिरावट (20-30%) के मामले में बैंक LTV को बनाए रखने के लिए अधिक सिक्योरिटी के तौर पर सोना मांग सकता है. बैंक आपसे आंशिक रूप से मामूली राशि का भुगतान करने का अनुरोध भी कर सकता है. दुर्लभ मामलों में, यदि आप यह भुगतान करने में विफल रहते हैं, तो देय नोटिस अवधि और कई रिमाइंडर देने के बाद सोने की नीलामी की जा सकती है.

डिफॉल्ट किया तो क्या होगा?

अगर आप समय पर पैसा वापस करने में असमर्थ रहते हैं तो लोन रकम की वसूली के लिए आपके गिरवी रखे सोने को जब्त कर लिया जाएगा या उसकी नीलामी कर दी जाएगी. इसका असर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और स्कोर पर भी पड़ सकता है. इसलिए, गोल्ड लोन लेने से पहले सभी नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें और वो फैसला करें जो आपके लिए सबसे बेहतर साबित हो.

शर्तें और नियम

लोन देने वालों की साख का ध्यान इसलिए भी रखना चाहिए क्योंकि आपका सोना उनके पास रखा जाएगा. लोन देने वालों के पास रखे गोल्ड की वैल्यू आपको मिले पैसों से ज्यादा होती है. इसलिए गोल्ड लोन बैंक या आरबीआई द्वारा रेगुलेटेड NBFC से लेना चाहिए.

सभी नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए. रीपेमेंट करने के विकल्प, शर्तें, प्रीपेमेंट, प्रोसेसिंग फी और दूसरे चार्जों के बारे में सही जानकारी होना जरूरी है. क्योंकि ये सभी चीजें आपके लोन की कीमतों में जुड़ती हैं.

Published - August 24, 2021, 03:39 IST