Saving Account: फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए सेविंग अकाउंट (Saving Account) खोलना पहला कदम है. पैसों की बचत के लिए लोग अकाउंट खोलते हैं, जो उन्हें जरूरत के वक्त पर इस्तेमाल करने के लिए सुरक्षित रखते हैं. किसी भी बैंक में किसी भी ट्रांजेक्शन की शुरुआत से पहले एक खाता खोलना होता है. ग्राहक सेविंग अकाउंट से ब्याज भी कमा सकते हैं. अधिकांश बैंक वयस्कों और नाबालिगों के लिए कई प्रकार के सेविंग अकाउंट खोलने का ऑफर देते हैं. इन अकाउंट की खासियतें एक से दूसरे में अलग होती हैं. कोई भी देश के सबसे बड़े कमर्शियल बैंक SBI में बिना किसी शाखा में जाए खाता खोल सकता है.
ये अकाउंट आम लोगों के लिए है. ये अकाउंट वैध KYC डॉक्यूमेंट्स की मदद से कोई भी ग्राहक खुलवा सकता है. ये अकाउंट सिंगल या ज्वाइंट रूप से खोला जा सकता है. इस अकाउंट खोलने पर किसी तरह की फीस और चार्ज बैंक द्वारा नहीं वसूला जा सकता है.
BSBDA के लिए कोई न्यूनतम बैलेंस रकम की आवश्यकता नहीं है. एक बुनियादी रुपे एटीएम-कम-डेबिट कार्ड जारी किया जाता है लेकिन इस प्रकार के अकाउंट में चेक बुक सुविधा उपलब्ध नहीं होती है.
इस अकाउंट की सुविधा गरीब और वंचित लोगों के लिए है. BSBDS अकाउंट खोलने के लिए वैध KYC डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है.
BSBDS अकाउंट को मैनेज करने के लिए किसी तरह के मिनिमम बैलेंस अमाउंट की जरूरत नहीं पड़ती है. लेकिन इन अकाउंट के तहत संचालन पर सीमित सुविधाएं मिलती हैं.
इस अकाउंट में अधिकतम 50 हजार रुपए ही बैलेंस रखा जा सकता है. इस अकाउंट साधारण सेविंग्स अकाउंट में कनवर्ट किया जा सकता है.
एसबीआई सेविंग बैंक अकाउंट कोई भी व्यक्ति या सरकारी विभाग खुलवा सकता है. इस बैंक अकाउंट पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया इस वक्त 2.70 फीसदी ब्याज दर का ऑफर दे रही है.
इस प्रकार के अकाउंट के लिए कोई मासिक औसत बैलेंस मेंटेन करने और अधिकतम जमा की सीमा नहीं है. इस अकाउंट के साथ ग्राहकों को बैंकिंग सुविधा और कई दूसरी सुविधाएं मिलती हैं.
नाबालिगों के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया दो प्रकार के सेविंग अकाउंट का ऑफर दे रहा है. इनका नाम पहला कदम और पहली उड़ान है.
पहला कदम अकाउंट अभिवावक और माता-पिता के साथ ज्वाइंट खोला जा सकता है. चाहें नाबालिग किसी भी उम्र का हो.
पहली उड़ान अकाउंट 10 साल से ज्यादा की उम्र के बच्चों का खोला जाता है. ये अकाउंट अकेले नाबालिग के नाम से खोला जा सकता है.
ये दोनों ही सेविंग्स अकाउंट हैं. इस अकाउंट के तहत इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग आदि की सभी सुविधाएं मिलती हैं. इसके लिए किसी प्रकार के कोई मासिक बैलेंस की जरूरत नहीं होती है.
इस अकाउंट में अधिकतम 10 लाख रुपए जमा कराए जा सकते हैं.
सेविंग्स प्लस अकाउंट एक सेविंग बैंक अकाउंट लिंक्ड अकाउंट है, जो मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (MOD), जिसमें सेविंग अकाउंट से एक सीमा से अधिक की बैलेंस अकाउंट खुद ब खुद टर्म डिपॉजिट में ट्रांसफर हो जाती है.
वैध केवाईसी दस्तावेज रखने वाले सभी व्यक्ति इस खाते को अकेले या ज्वाइंट रूप से खोलने के लिए पात्र हैं. इन खातों के लिए न तो अधिकतम बैलेंस राशि की सीमा है और न ही मासिक एवरेज बैलेंस राशि की जरूरत है.
मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल (MACT) अकाउंट खोलने का एकमात्र उद्देश्य ट्रिब्यूनल/कोर्ट द्वारा मोटर दुर्घटना के पीड़ितों/दावेदारों को दी गई MACAD (मोटर दुर्घटना दावा वार्षिकी जमा) पर मुआवजे की राशि/ब्याज जमा करने का है. ये अकाउंट कानूनी आधार पर ही खोला जा सकता है.
एक गैर निवासी भारतीय, विदेशी मुद्रा को बनाए रखने के लिए एक विदेशी मुद्रा खाता खोल और रख सकता है. यह ब्याज रहित अकाउंट है.
इन खातों से जुड़ी कोई चेक बुक या एटीएम कार्ड सुविधा नहीं है. बनाए रखने के लिए आवश्यक कम से कम बैलेंस राशि 500 अमेरिकी डॉलर, जीबीपी 250 और यूरो 500 है.
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने हाल ही में अपने मोबाइल बैंकिंग ऐप योनो पर वीडियो केवाईसी आधारित बचत खाता खोलने की सुविधा शुरू की है.
इस प्रकार के खाते को इंस्टा प्लस वीडियो केवाईसी बचत खाता कहा जाता है. 18 साल से ऊपर का कोई भी गैर निवासी भारतीय यह खाता खोल सकता है.
इंस्टा प्लस वीडियो केवाईसी सेविंग अकाउंट खोलने के लिए केवल आधार डिटेल्स और मूल पैन की आवश्यकता होती है. खाताधारकों को एक रुपे क्लासिक कार्ड जारी किया जाएगा.