रॉबिनहुड ट्रेडर्स के इस युग में जब हर कोई स्टॉक और क्रिप्टोकरेंसी की ओर आकर्षित हो रहा है, FD पर लोगों का ध्यान कम हुआ है. इसलिए इस पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है. क्योंकि जब आप एक इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो बनाते हैं, तो आपको इसके कुछ हिस्से को सिक्योरिटी और गारंटीड रिटर्न के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में एलोकेट करना चाहिए.
FD उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो रेगुलर इनकम की गारंटी चाहते हैं. उदाहरण के लिए, सीनियर सिटीजन इंटरेस्ट इनकम कमाने के लिए अपनी सेविंग को FD में इन्वेस्ट कर सकते हैं. इसी तरह, एक ऐसा इन्वेस्टर जिसे इन्वेस्टमेंट की ज्यादा जानकारी न हो और, जिसे कोई एकमुश्त बड़ी रकम मिली हो, रेगुलर इनकम कमाने के लिए उस रकम को फिक्स्ड डिपॉजिट में डालने के बारे में सोच सकता है.
मान लीजिए एक हाउस वाइफ ने अभी-अभी अपने पति को खोया है और उसे इंश्योरेंस मनी मिली है. अब उसे ही घर खर्च और अपने बच्चों के स्कूल की फीस का ध्यान रखना होगा. क्या ऐसे में उसे यह पैसा शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहिए? हरगिज़ नहीं! उसे अपने इस पैसे को FD में लगाना चाहिए और उस पर मिले मंथली इंटरेस्ट इनकम से अपने एक्सपेंस पूरे करने चाहिए.
FD पर मिलने वाले इंटरेस्ट रेट में काफी कमी आई है. पब्लिक सेक्टर बैंकों में रेट लगभग 5% के आसपास मंडरा रहा हैं. प्राइवेट सेक्टर के कुछ बैंकों में ये लगभग 100 बेसिस पॉइंट (या 1%) ज्यादा हैं.
हमने पब्लिक सेक्टर के 9 बैंकों की एक लिस्ट तैयार की है जो 1 करोड़ रुपये से कम की सामान्य FD पर बेस्ट इंटरेस्ट रेट ऑफर कर रहे हैं:
यूनियन बैंक (5.4%), पंजाब एंड सिंध बैंक (5.3%), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (5.3%), केनरा बैंक (5.25%) और इंडियन बैंक (5.25%) टॉप 5 पब्लिक सेक्टर बैंक हैं जो दो-तीन साल की FD पर सबसे ज्यादा इंटरेस्ट रेट ऑफर कर रहे हैं. टेन्योर जितना ज्यादा होगा, इंटरेस्ट रेट उतना ही अधिक होगा.
यदि आप इससे ज्यादा इंटरेस्ट रेट चाहते हैं, तो आप प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के लिए जा सकते हैं जो 1 करोड़ रुपये से कम की सामान्य FD पर आकर्षक इंटरेस्ट रेट ऑफर कर रहे हैं. RBL बैंक (6.3%), यस बैंक (6.25%), इंडसइंड बैंक (6%), DCB बैंक (5.95%), और IDFC फर्स्ट बैंक (5.75%) FD पर हाई इंटरेस्ट रेट ऑफर करने वाले प्राइवेट सेक्टर बैंकों में से हैं.
आपका पैसा पब्लिक सेक्टर बैंकों के पास सबसे सुरक्षित है. हालांकि, आप अपनी FD को डायवर्सिफाई करने के लिए कुछ FD प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में भी कर सकते हैं, जिससे आपको बेहतर इंटरेस्ट मिले. याद रखें कि बैंक में प्रत्येक डिपॉजिटर का प्रिंसिपल और इंटरेस्ट अमाउंट दोनों के लिए अधिकतम 5 लाख रुपये तक इंश्योर्ड किया जाता है. यह एक बैंक में सेविंग, रेकरिंग से लेकर फिक्स्ड डिपॉजिट तक सभी डिपॉजिट को कम्बाइन करता है. इसका मतलब यह है कि यदि कोई बैंक डूबता है, जिसमें आपका सेविंग अकाउंट है या FD है, तो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडरी डिपॉजिट इंश्योरेंस और क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) उत्तरदायी है आपको 5 लाख रुपये तक का भुगतान करने के लिए.
फिक्स्ड डिपॉजिट को इन्वेस्टमेंट की दुनिया में एक दोस्त की तरह देख सकते हैं जो खराब वक्त में मददगार साबित होते हैं. इसे अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में जरूर शामिल करना चाहिए.