Jana Small Finance Bank: हम सभी के कुछ न कुछ पसंदीदा और लकी नंबर होते हैं. लोग अपने लकी नंबरों को हर जगह इस्तेमाल करना चाहते हैं. कई लोग अपने लकी नंबरों को ही अपने मोबाइल और वाहनों के नंबर में यूज करते हैं.
इन लकी नंबरों को खरीदने के लिए वो कई बार ज्यादा रुपये भी खर्च करने को तैयार रहते हैं. अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. अब आप अपने लकी नंबरों से अपना बैंक अकाउंट भी खुलवा सकते हैं.
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक (Jana Small Finance Bank) ने “आई चूज माई नंबर” (I choose my number) सर्विस शुरू की है. इसके तहत आप अपने पसंदीदा नंबरों को चुनकर बैंक खाता खोल सकते हैं.
With “#IChooseMyNumber” feature, Jana small finance bank offers you freedom to use favourite number to as your saving/current account. #Bankingfromhome #JamaKaroJanaKaro
To open an account with Jana Small Finance Bank today, click https://t.co/hfHUaynCCx pic.twitter.com/cWZT8f3OhD
— Jana Small Finance Bank (@janabank) May 11, 2021
2015 में बैंक को मिला था लाइसेंस
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड को साल 2015 में स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) लाइसेंस मिला था. बैंक के मुताबिक, अभी ये स्मॉल फाइनेंस बैंक की लिस्ट में लीड पर है.
31 मार्च 2020 तक बैंक की संपत्ति और मैनेजमेंट और डिपॉजिट सिस्टम अच्छी तरह काम कर रहा था. Jana स्मॉल फाइनेंस बैंक ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए बाजार नियामक सेबी के पास अपना मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दायर किया था.
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक की ओर से शुरू की गई “आई चूज माई नंबर” (I choose my number) सर्विस के तहत ग्राहक अपने बचत खाते का नंबर के अंतिम 10 अंकों को अपनी पसंद से चुक सकते हैं.
इसके बाद उन्हें ये चुने नंबर का आवंटन कराना होगा. अगर इस नंबर से अकाउंट पहले नहीं बने होंगे तो ये आपके नाम अलॉट कर दिया जाएगा.
ये सुविधा बचत एवं चालू खाता दोनों पर उपलब्ध होगी. इसका लाभ नए और मौजूदा ग्राहक ले सकेंगे. इस बारे में जन स्मॉल फाइनेंस बैंक के एमडी और सीईओ अजय कंवल का कहना है, “हम मानते हैं कि ग्राहक चाहते हैं कि बैंकिंग सरल और व्यक्तिगत हो. लोग अपने बैंक खाते में पसंदीदा अंक चुन सके इसलिए यह फीचर जोड़ा गया है. इससे ग्राहकों को बैंक के साथ जुड़ने का मौका मिलेगा. बैंक कस्टमर्स को उनकी प्राथमिकता के अनुरूप विकल्प उपलब्ध कराएगा. ”