PM Jan Dhan Account: कोविड संकट के दौरान भी मई महीने में जन-धन खाताधारकों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. साथ ही, जन धन खातों में कुल डिपॉजिट में 2,432 करोड़ रुपये की बढ़त आई है.
अप्रैल महीने में 2,253 करोड़ रुपये की निकासी देखने को मिली थी.
अप्रैल में जहां जन धन खाताधारकों की संख्या 4,231 लाख थी वहीं, मई के अंत में ये बढ़कर 4,242 लाख हो गई है, यानी 11 लाख लोग मई में जन धन खातों से जुड़े. या यूं कहें कि रोजाना तकरीबन 35,500 लोग सरकार की इस स्कीम से जुड़े हैं.
अप्रैल में भी बैंकिंग सुविधा से जोड़ने वाले केंद्र सरकार की इस मुहिम से करीब 11 लाख लोग जुड़े थे.
कुल खाताधारकों में से 2,350 लाख महिलाएं हैं – यानी 55.39 फीसदी खाताधारक महिलाएं हैं.
42.42 करोड़ बेनिफिशियरी में से 33.56 करोड़ (79.11 फीसदी) ने सरकारी बैंकों में ये खाता खुलवाया है. बाकी 7.60 करोड़ (17.91 फीसदी) लोगों ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक चुना है और 1.25 करोड़ जो कुल खाताधारकों का 2.49 फीसदी है, उन्होंने निजी बैंकों में खाता खुलवाया है.
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में बैंकों कम समय के लिए खुलते हैं. खाताधारकों की संख्या में आई बढ़त ग्रामीण इलाकों में तैनात किए गए बिजनेस कॉरसपॉन्डेंट्स की बदौलत रही है.
कुल डिपॉजिट में आई बढ़त से जन धन खातों में औसत सेविंग्स में भी उछाल देखने को मिला है. अप्रैल अंत के 3,386 रुपये के औसत के मुकाबले मई में 3,435 औसत बैलेंस रहा है. हालांकि, ये अब भी मार्च 2021 के औसत बैलेंस 3,449 रुपये से कम ही है.
31 मार्च 2021 तक के जन धन खातों के डेटा के मुताबिक लक्षद्वीप में औसत डिपॉजिट सबसे ज्यादा रहा है. यहां, हर खाता धारक के पास औसत 18,684 रुपये डिपॉजिट हो जो राष्ट्रीय औसत 3,449 रुपये से 5.4 गुना ज्यादा है.
वित्त वर्ष 2021 के अंत तक, मणिपुर में सबसे कम औसत बैलेंस देखने को मिला. यहां, औसत डिपॉजिट 2,037 रुपये है.
नए खाता धारकों में बढ़त जरूर देखने को मिली है लेकिन जिन्हें डेबिट कार्ड जारी किया गया है उनमें कमी आई है.
मई अंत तक 31 करोड़ लोगों को डेबिट कार्ड जारी किया गया था. यानी, कुल खाता धारकों में से 73.07 फीसदी के पास ही डेबिट कार्ड है.
जबकि, अप्रैल में ये कवरेज 73.17 फीसदी खाताधारकों तक थी और मार्च में 73.22 फीसदी. डेबिट कार्ड के जरिए ग्राहक ATM और ऑनलाइन सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं.
वित्त वर्ष 2021 के अंत तक लद्दाख के 90 फीसदी खाता धारकों के पास डेबिट कार्ड था लेकिन मिजोरम और मणिपुर में सिर्फ 35.14 फीसदी के पास ही डेबिट कार्ड था.
42.42 करोड़ के कुल जनधन खाताधारकों में से 65.93 फीसदी, यानी 27.97 करोड़ ग्रामीण या सेमि-अर्बन इलाके से हैं.
शहरों और मेट्रो इलाकों में 14.44 करोड़ खाताधारक हैं.