हाउसिंग लोन लेने वाले रिकॉर्ड-लो इंटरेस्ट रेट का फायदा उठा रहे हैं. इस बात का पता ऐसे चलता है कि साल 2021 की पहली छमाही में होम लोन बैलेंस ट्रांसफर में इससे पहले के 6 महीने (जुलाई 2020-दिसंबर 2020) की तुलना में 42% की वृद्धि हुई है. इसके अलावा होम लोन में भी 26% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मैजिकब्रिक्स होम लोन्स कंज्यूमर स्टडी के आधार पर ये जानकारी मिली है.
मैजिकब्रिक्स होम लोन कंज्यूमर स्टडी के अनुसार, इस अवधि के दौरान संपत्ति पर ऋण (लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी) (LAP) की मांग में भी 20% की वृद्धि देखी गई है. संपत्ति पर ऋण के लिए, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, नई दिल्ली और पुणे जैसे टियर-1 शहरों में सबसे ज्यादा मांग देखी गई है. टियर-2 की बात करें तो इसमें गुड़गांव, जमशेदपुर, पटना, फरीदाबाद और लखनऊ जैसे शहर शामिल है.
बढ़ती मांग का मुख्य कारण भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट को बिना किसी बदलाव के 4% पर स्थिर रखने का निर्णय है. इसने कई बैंकों को 7% से कम ब्याज दरों पर होम लोन ऑफर करने की अनुमति दी है. ये घर खरीदने की मांग को बढ़ाने में एक प्रमुख चालक (Key driver) रहा है.
मैजिकब्रिक्स होम लोन कंज्यूमर स्टडी से यह भी पता चलता है कि इस अवधि के दौरान टियर-1 शहरों में सबसे ज्यादा बार सर्च की गई होम लोन राशि 36 लाख रुपये थी, जबकि बैलेंस ट्रांसफर और LAP के लिए राशि 26 लाख रुपये और 32 लाख रुपये थी. टियर-2 शहरों की बात करें तो सबसे ज्यादा बार सर्च की गई होम लोन राशि 26 लाख रुपये है. LAP, 23 लाख रुपये और बैलेंस ट्रांसफर 18 लाख रुपये है.
बैलेंस ट्रांसफर की मांग के मामले में नई दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और हैदराबाद टॉप 5 टियर-1 शहर हैं. टियर-2 शहरों में गाजियाबाद, मोहाली, नोएडा, इंदौर और विशाखापटनम टॉप 5 में है. बॉरोअर्स बैलेंस ट्रांसफर का ऑप्शन तब चुनते हैं जब उन्हें लगता है कि वे एक नए बॉन्ड पर स्विच करके अपनी ब्याज दरों को कम कर सकते हैं. बैलेंस ट्रांसफर रिक्वेस्ट की संख्या में वृद्धि भी जागरूकता के बढ़ते स्तर को दर्शाती है.
मैजिकब्रिक्स के सीईओ सुधीर पई ने कहा होम लोन की बढ़ती मांग भारत के प्रमुख बाजारों में रेसिडेंशियल रियल एस्टेट की बढ़ती मांग के अनुरूप है. सरकार की कई पहल, जैसे रेपो रेट को स्थिर रखना और स्टांप शुल्क दरों को कम करना, सही दिशा में कदम हैं. इस वजह से लगभग 50% लोन लेने वालों (Borrowers) ने 15 वर्ष से कम अवधि के कार्यकाल का विकल्प चुना है. उन्होंने कहा, ‘कम ब्याज दरों, स्थिर कीमतों और आकर्षक भुगतान योजनाओं जैसे फैक्टर्स के साथ, हमें उम्मीद है कि जल्द ही बिक्री और बढ़ेगी.’
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्क फ्रॉम होम (WFH) की वजह से घर खरीदार अब बड़े कॉन्फिगरेशन हाउस को खरीदना या अपग्रेड करना चाह रहे हैं. इस तरह से मांग ज्यादातर मध्य और ऊपर के सेगमेंट में है. वहीं रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि मैजिकब्रिक्स के होम लोन प्लेटफॉर्म पर BOB, इंडियन बैंक, SBI, HDFC और ICICI बैंक सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले लोन प्रोवाइडर हैं.