HDFC: भारत का सबसे बड़े निजी ऋणदाता HDFC बैंक ने कहा है कि वह दो लाख गांवों तक पहुंचने के लिए ग्रामीण पहुंच को दो गुना तक बढ़ाने की योजना बना रहा है. आने वाले छह महीनों में यह 2,500 लोगों को काम पर रखेगी. बैंक ने दो वर्षों में अपनी उपस्थिति को दोगुना करने के लिए एक विस्तार रणनीति तैयार की है. यह शाखा नेटवर्क, बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट्स, बिजनेस फैसिलिटेटर्स, CSC (कॉमन सर्विस सेंटर्स) पार्टनर्स, वर्चुअल रिलेशनशिप मैनेजमेंट और डिजिटल आउटरीच प्लेटफॉर्म के संयोजन की स्थापना करके इसे हासिल करेगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंक की पहुंच पर निराशा व्यक्त की थी. उन्होंने बैंक से अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा था. HDFC बैंक ने कहा, ‘प्रयासों से देश के एक तिहाई गांवों में ग्रामीण पहुंच बढ़ेगी.
राहुल शुक्ला, समूह प्रमुख (वाणिज्यिक और ग्रामीण बैंकिंग) ने कहा, “भारत के ग्रामीण और अर्ध-शहरी बाजार ऋण विस्तार में कम हैं.
वे भारतीय बैंकिंग प्रणाली के लिए स्थायी लॉंग टर्म डेवलपमेंट के अवसर प्रस्तुत करते हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि वह भारत के हर पिन कोड में बैंक की सेवाओं के होने की इच्छा रखते हैं.
एचडीएफसी बैंक वर्तमान में 550 से अधिक जिलों में छोटे व्यवसायों को उत्पाद और सेवाएं प्रदान करता है. यह उन अग्रणी बैंकों में से एक है जो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को सेवाएं प्रदान करते हैं.