Gold Loan: कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों में रखा सोना खूब काम आया. गोल्ड लोन (Gold loan) उन लोगों के लिए फंडिंग का एक प्रमुख स्रोत था, जिन्होंने खुद को कोविड-19 महामारी के दौरान वित्तीय संकट में पाया. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India-RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 27 अगस्त को इस श्रेणी में बकाया लोन 62,926 करोड़ था, जो व्यक्तियों को दिए गए सभी श्रेणियों के ऋणों में सबसे ज्यादा है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में भी गोल्ड लोन लोकप्रिय बने रहेंगे.
इस बीच पंजाब नेशनल बैंक (punjab national bank) ने आभूषणों पर ऋण पर ब्याज दर को घटाकर 7.3 प्रतिशत करके अपने गोल्ड लोन के आकर्षण को बढ़ाने की कोशिश की है.
डीसीबी बैंक (DCB bank) के हेड-रिटेल बैंकिंग प्रवीण कुट्टी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि, “कई मालिकों और उद्यमियों को त्योहारों के मौसम में अपने कारोबार को फिर से शुरू करने या विस्तार करने के लिए वित्तीय मदद की आवश्यकता होती है. गोल्ड लोन उनके लिए अपने व्यवसायों में बहुत आवश्यक कार्यशील पूंजी जुटाने और डालने का एक आसान तरीका है.
एंड्रोमेडा और अपना पैसा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO-chief executive officer) वी स्वामीनाथन कहते हैं, ये ऋण बिना किसी दस्तावेज के लिए जा सकते हैं. लोन लेने वाले को अपनी आय का प्रमाण देने की भी जरूरत नहीं है.
भुगतान लगभग तत्काल है. पर्सनल लोन या प्रॉपर्टी पर लोन लेने में अधिक समय लगता है.” उधारकर्ताओं को इन ऋणों के माध्यम से जुटाए गए धन को अपनी इच्छानुसार किसी भी तरीके से उपयोग करने की स्वतंत्रता है.
ऋणदाता को व्यय का कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं करना पड़ता है. ये ऋण अधिक आसान शर्तें भी प्रदान करते हैं. उधारकर्ता किश्तें मासिक किश्तों के माध्यम से चुका सकते हैं या बुलेट भुगतान कर सकते हैं.
दूसरा वाला विकल्प उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिनकी आय अनिश्चित है जो मासिक पुनर्भुगतान अनुसूची का पालन करने के लिए संघर्ष करते है, ये कर्ज सस्ते भी हैं.
बैंकबाजार ( bank bazaar) के सीईओ (CEO-chief executive officer) आदिल शेट्टी के अनुसार, यह एक सुरक्षित ऋण है और इसलिए व्यक्तिगत ऋण या क्रेडिट कार्ड ऋण जैसे असुरक्षित ऋणों से सस्ता है.
शेट्टी के अनुसार एक और फायदा यह है कि गरीब या गैर-मौजूद क्रेडिट प्रोफाइल वाले उधारकर्ता भी इस ऋण को ले सकते हैं. डीसीबी जैसे कुछ बैंक ग्राहकों को अपना सोना बैंक में जमा करने और ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ उठाने की अनुमति देते हैं.