मोबाइल और डीटीएच का रिचार्ज करने, पानी और बिजली का बिल भरने, ग्रॉसरी स्टोर्स से सामान खरीदने, गैस सिलेंडर बुक करने या ऑनलाइन ऑर्डर के लिए आप फोनपे (PhonePe) ऐप का यूज करते होंगे. अब फोनपे यूजर्स के लिए बुरी खबर है. दरअसल, अब डिजिटल पेमेंट ऐप फोनपे के जरिए मोबाइल रिचार्ज (Mobile Recharge) करना महंगा हो गया है.
UPI-बेस्ड ट्रांजैक्शंस पर देनी होगी फी
वॉलमार्ट समूह की डिजिटल भुगतान कंपनी फोनपे के जरिए 50 रुपए से अधिक मूल्य के मोबाइल रिचार्ज के लिए प्रति लेनदेन पर 1-2 रुपए प्रोसेसिंग फीस लेना शुरू किया है. कंपनी पहली डिजिटल भुगतान ऐप है जिसने लेनदेन के लिए शुल्क लेना शुरू किया है. यह सेवा इसकी प्रतिस्पर्धी कंपनियों की ओर मुफ्त दी जा रही है.
क्रेडिट कार्ड से होने वाले पेमेंट्स पर भी लगेगा चार्ज
PhonePe ने यह भी कहा है कि जो यूजर्स एप के जरिए क्रेडिट कार्ड्स से पेमेंट करते हैं उन्हें भी एक प्रोसेसिंग फी देनी होगी जैसे बाकी पेमेंट एप्स करती हैं. इस एप के अलावा भी कई सारी बिलिंग वेबसाइट्स और पेमेंट प्लेटफॉर्म्स बिल पेमेंट को प्रोसेस करने के लिए एक फी चार्ज करते हैं जिन्हें कई जगहों पर कन्वीनिएन्स फी भी कहा जाता है.
इस फैसले के पीछे का कारण
अगर आप सोच रहे हैं कि यह कदम क्यों उठाया जा रहा है तो हम आपको बता दें कि नैशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने हाल ही में यूपीआई के मार्केट शेयर पर एक कैप लगा दी है जिसके बाद किसी भी एप का मार्केट शेयर 30% से ज्यादा नहीं होगा. बर्न्सटीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक को NPCI के इस फैसले का पालन करने के लिए अपने कस्टमर्स के इन्सेनिटिव्स को कम करना होगा.
इस टेस्टिंग फीचर को PhonePe कब तक चलाएगा और कब से ये ट्रान्जैक्शन फी लेगा, इसकी कोई एक निर्धारित डेट सामने नहीं आई है.
PhonePe पर खरीद सकेंगे सभी इंश्योरेंस कंपनियों के प्रोडक्ट्स
हाल ही में फोनपे ने कहा था कि उसे लाइफ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस प्रोडक्ट को बेचने की इरडाई (IRDAI) से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है. कंपनी ने कहा था कि इसके साथ ही वह अब अपने 30 करोड़ से अधिक यूजर्स को इंश्योरेंस संबंधी सलाह दे सकता है. इरडाई ने फोनपे को इंश्योरेंस ब्रोकिंग लाइसेंस दिया है. अब फोनपे भारत में सभी इंश्योरेंस कंपनियों के इंश्योरेंस प्रोडक्ट को बेच सकती है.