जून के बाद हालात सुधरे, क्रेडिट गुणवत्ता में बेहतर सुधार की उम्मीद

Asset Quality: अमिताभ चौधरी ने कहा, पहली तिमाही अप्रत्याशित रूप से महामारी की दूसरी लहर से प्रभावित हुई थी. लेकिन जून के बाद हालात नाटकीय रूप से सुधरे

Asset Quality:

image, pixabay: आरबीआई ने कैलिब्रेटेड तरीके (calibrated manner) से तरलता के अपने असाधारण इंजेक्शन (extraordinary injection of liquidity) को सामान्य (normalising) करना शुरू कर दिया है.

image, pixabay: आरबीआई ने कैलिब्रेटेड तरीके (calibrated manner) से तरलता के अपने असाधारण इंजेक्शन (extraordinary injection of liquidity) को सामान्य (normalising) करना शुरू कर दिया है.

Asset Quality: एक्सिस बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अमिताभ चौधरी ने दूसरी तिमाही की आय घोषित करने से कुछ ही दिन पहले एसेट क्वालिटी (Asset Quality) प्रेशर और जुलाई सितंबर में बिजनेस ग्रोथ को लेकर बातचीत की. Srei ग्रुप के खिलाफ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के एक्शन को लेकर भी उन्होंने बातचीत की. Srei ग्रुप में एक्सिस बैंक का एक्सपोजर है. इस बातचीत को बिजनेस स्टैंडर्ड ने पब्लिश किया है.

इस तिमाही में आप किसी एसेट क्वालिटी सरप्राइज की उम्मीद कर रहे हैं?

अमिताभ चौधरी ने कहा, पहली तिमाही अप्रत्याशित रूप से महामारी की दूसरी लहर से प्रभावित हुई थी. लेकिन जून के बाद हालात नाटकीय रूप से सुधरे हैं. दूसरी तिमाही में क्रेडिट गुणवत्ता में बेहतर सुधार की उम्मीद है. कलेक्शन में सुधार हुआ है और कई एसेट क्लास अपने कोविड के पहले के स्तरों को देख रहे हैं.
जहां तक एसएमई पोर्टफोलियो का सवाल है, एक्सिस बैंक ने इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम पर ज्यादा भरोसा नहीं किया है. एसएमई की ओर से हमारे पोर्टफोलियो की गुणवत्ता में कई तिमाहियों में सुधार जारी है क्योंकि हमने बेहतर गुणवत्ता वाले ग्राहकों की ओर रुख किया है.

बड़े कॉरपोरेट सेगमेंट में लगातार सुधार हो रहा है और मुझे वहां किसी आश्चर्य की उम्मीद नहीं है. लेंडर होम लोन पोर्टफोलियो में प्राइज वॉर में में लगे हुए हैं.

Srei पर एक्शन का आप जैसे बैंकों के लिए क्या मतलब है, जिनका ग्रुप में एक्सपोजर है?

हमारा इस ग्रुप में एक्सपोजर है, लेकिन एक अवधि में हमने इसे प्रबंधकीय स्तरों (manageable levels) से अधिक तक कम कर दिया है.
आरबीआई के एक्शन का सिस्टम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि एक्सपोजर काफी बड़ा नहीं है और यह एक अप्रत्याशित घटना नहीं है क्योंकि उधारदाताओं (lenders) ने पहले ही प्रावधान (provisions) कर दिए हैं.

आपको क्या लगता है कि आरबीआई को अपनी मौद्रिक नीति को सामान्य बनाना कब शुरू करना चाहिए?

आरबीआई ने कैलिब्रेटेड तरीके (calibrated manner) से तरलता के अपने असाधारण इंजेक्शन (extraordinary injection of liquidity) को सामान्य (normalising) करना शुरू कर दिया है.

बिजनेस के मामले में Q2 कैसा था?

इंडस्ट्री में अन्य लोगों के समान बिजनेस के होलसेल साइड में ग्रोथ स्लो है. स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (SMEs) और रिटेल में, हम उम्मीद कर रहे हैं कि हमारी ग्रोथ इंडस्ट्री से बेहतर होगी.
बड़े कॉर्पोरेट साइड पर, हमने बड़ी मात्रा में डिलीवरेजिंग (2 ट्रिलियन रुपये से अधिक) देखी है. हमें उम्मीद है कि 12-18 महीनों में साइकिल वापस आ जाएगा और उम्मीद है कि इससे बेहतर क्रेडिट ग्रोथ होगी. लेकिन हम सतर्क रहेंगे.
Published - October 8, 2021, 03:14 IST