पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ रही कीमत और उसकी खपत के बीच CNG का दम दिखा है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने वित्त वर्ष 21 में 1.57 लाख से अधिक CNG Cars बेची हैं, जो कि एक वित्त वर्ष में उसकी सबसे अधिक हैं. जबकि कंपनी ने 2019-20 में 1,06,444 सीएनजी इकाइयां बेची थीं.
मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) द्वारा फैक्ट्री-फिटेड CNG Cars की एक श्रृंखला बेची जाती है, जिसमें Alto, Celerio, Wagon-R, S-PRESSO, Eeco, Ertiga, Tour S and Super Carry शामिल हैं.
मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (मार्केटिंग एंड सेल्स) शशांक श्रीवास्तव का कहना है कि “हम CNG को एक ऐसी तकनीक के रूप में देखते हैं जिसने हरे रंग की ईंधन गतिशीलता में एक नया मानदंड स्थापित किया है. मारुति सुजुकी अपने ग्राहकों को फैक्ट्री-फिटेड CNG Cars के व्यापक विकल्प प्रदान करती है. वहीं, सीएनजी पेट्रोल और डीजल की उच्च कीमतों की तुलना में अधिक किफायती पड़ रहा है. इधर, सीएनजी भरने के इंफ्रांस्टक्चर में सुधार हुआ है.
उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में भी देश में CNG आउटलेट के विस्तार पर सरकार के स्पष्ट फोकस के साथ कंपनी को फैक्ट्री फिटेड CNG Cars की अधिक से अधिक स्वीकृति का भरोसा है. तेल के आयात को कम करने के लिए कंपनी की एस-सीएनजी वाहन रेंज सरकार के दृष्टिकोण से जुड़ी है.
सरकार का लक्ष्य 2030 तक देश की नेचुरल गैस एनर्जी भंडार में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को 6.2 प्रतिशत से बढ़ाकर अब 15 प्रतिशत करना है. कंपनी की S-CNG तकनीक देश में हरित कारों के लोकतंत्रीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
आगे कहा कि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और गैस उद्योग देश भर में सीएनजी स्टेशनों के विस्तार पर आक्रामक तरीके से काम कर रहे हैं.
कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 21 के शुरुआती महीनों में पूरी तरह से लॉकडाउन के बावजूद, पिछले एक साल में 700 से अधिक स्टेशनों को जोड़ा गया है. 50 फीसदी से अधिक ग्रोथ हुई है. नेटवर्क विस्तार की यह दर सीएनजी वाहनों की मांग में मदद करेगी. वर्तमान में, देश भर में 2,800 से अधिक सीएनजी स्टेशन हैं, जो अगले 7-8 वर्षों में 10,000 की संख्या को पार करने की संभावना है.