देश में इस साल मनसून सामान्य रहने का अनुमान है. केरल में मनसून की शुरुआत जून के पहले हफ्ते यानी चार जून को हो सकती है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार को अपने लंबी अवधि के पूर्वानुमान का अपडेट जारी करते हुए बताया कि जून में बारिश सामान्य से कम रह सकती है. अल नीनो की शुरुआत के बावजूद इस मौसम में दक्षिण-पश्चिम मनसून सामान्य रहने की उम्मीद है.
इस साल मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान देने का तरीका बदला है. आमतौर पर मौसम विभाग अपने लंबी अवधि का पूर्वानुमान शुरू करता है और उसके बाद फिर मानसून की तारीख करीब आते-आते और भी पूर्वानुमान जारी करता है. लेकिन इस बार मौसम विभाग ने केवल जून महीने में बारिश को लेकर भविष्यवाणी की है. जून के बारे में बताया गया है कि देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होगी.
जुलाई के बाद की स्थिति साफ नहीं
जुलाई, अगस्त, सितंबर मानसून के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण महीने होते हैं. इसको लेकर मौसम विभाग ने कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कहा है. अगर आप बड़ी सुर्खियों में जाएं तो मानसून सामान्य रहेगा यह बात दोहराई गई है. मौसम विभाग ने कहा है कि एशिया प्रशांत और हिन्द महासागर के समुद्री तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है. इससे अलनीनो की आशंका है. इस पर नजर रखी जा रही है. इसके तहत जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है. आईएमडी जुलाई का अनुमान जून के आखिरी हफ्ते में जारी करेगा तो इस बार आपको मानसून की जानकारी.
किस्तों में मिलेगी
दरअसल, मौसम विभाग को भी यह नहीं पता है कि जून के महीने में केरल के तट पर पहुंचने वाला मानसून उसके आगे किस तरीके का व्यवहार करेगा इसलिए बारिश को लेकर जुलाई और अगस्त की बारिश का अनुमान जून के अंत में आएगा.
सरकार ने बढ़ाया बीज का भंडारण
अलनीनो की भविष्यवाणी के बीच सूखे जैसी समस्या की आशंका को देखते हुए सरकार खरीफ की फसलों के लिए बीज के भंडार को बढ़ाने की तैयारी कर रही है. इसके तहत सरकार खरीफ बीज के भंडारण को चार फीसदी तक बढ़ा रही है. सामान्य तौर पर सरकार एक फीसदी का भंडार रखती है. खरीफ बीजों के इस रिजर्व को 15 अगस्त तक वितरण नहीं किया जाएगा.