इस साल मानसून के बिगड़े संतुलन की वजह से देश में चावल का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले घटने का अनुमान लगाया गया है. लंबे इंतजार के बाद केंद्रीय कृषि मंत्रालय की तरफ से फसल वर्ष 2023-24 में खरीफ फसलों के लिए पहला अग्रिम अनुमान जारी किया गया है, जिसके मुताबिक इस साल देश में 10.63 करोड़ टन खरीफ चावल उत्पादन का अनुमान है जो पिछले साल के मुकाबले 42 लाख टन कम होगा. पिछले साल देश में खरीफ सीजन के दौरान 11.05 करोड़ टन चावल का उत्पादन हुआ था.
चावल पर खराब खराब मानसून का असर
इस साल खरीफ धान का रकबा पिछले साल के मुकाबले बढ़ने के बावजूद चावल का उत्पादन कम होने का अनुमान लगाया गया है. क्योंकि मानसून सीजन के दौरान बरसात का संतुलन बहुत खराब रहा था. जून के दौरान कम बरसात के बाद जुलाई में अत्याधिक बारिश हुई थी और उसके बाद अगस्त के दौरान सूखे की स्थिति पैदा हो गई थी. अगस्त के दौरान देशभर में औसत के मुकाबले 36 फीसद कम बरसात हुई थी जो 100 वर्षों में अगस्त के दौरान हुई सबसे कम बारिश थी. अगस्त के दौरान बरसात की इस कमी की वजह से ही देश में चावल उत्पादन घटने की आशंका बढ़ गई थी, और उसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने चावल के निर्यात पर सख्ती भी बढ़ा दी थी.
खरीफ दलहन का भी कम उत्पादन!
इस साल बिगड़े मानसून की वजह से सिर्फ चावल के उत्पादन पर ही मार नहीं पड़ी है बल्कि अन्य प्रमुख खरीफ फसलें, यानी उड़द, मूंग, मूंगफली, सोयाबीन, मक्का, गन्ना और कपास की उपज भी पिछले साल के मुकाबले कम अनुमानित है. फसल वर्ष 2023-24 के लिए पहले अग्रिम अनुमान के मुताबिक इस साल देश में खरी उड़द का उत्पादन 15.05 लाख टन अनुमानित है और खरीफ मूंग का उत्पादन 14.04 लाख टन होने का अनुमान है. पिछले साल देश में खरीफ सीजन के दौरान उड़द उत्पादन 18.06 लाख टन और मूंग उत्पादन 17.17 लाख टन हुआ था.
सोयाबीन-मूंगफली की उपज कम!
तिलहन फसलों में इस साल सोयाबीन का उत्पादन घटकर 115.28 लाख टन रहने का अनुमान है जो पिछले साल करीब 150 लाख टन था, वहीं खरीफ मूंगफली का उत्पादन इस साल घटकर 78.29 लाख टन होने का अनुमान है जो पिछले साल करीब 85 लाख टन था.
गन्ना, कपास और मक्का की पैदावर घटी
अन्य प्रमुख खरीफ फसलों में इस साल गन्ने का उत्पादन घटकर 43.48 करोड़ टन होने का अनुमान है जो पिछले साल 49.05 करोड़ टन था, इसी तरह इस साल कपास का उत्पादन घटकर सिर्फ 316 लाख गांठ (1 गांठ = 170 किलो) रहने का अनुमान लगाया गया है जबकि पिछले साल देश में 337 लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ था. मक्का को लेकर भी कुछ ऐसी ही स्थिति है, इस साल देश में खरीफ मक्का का उत्पादन करीब 225 लाख टन अनुमानित है जबकि पिछले साल करीब 235 लाख टन का उत्पादन हुआ था.