चालू रबी सीजन में गेहूं की बुआई में गिरावट देखने को मिल रही है. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 15 दिसंबर तक गेहूं के रकबे में 18.65 लाख हेक्टेयर की गिरावट दर्ज की गई है. 15 दिसंबर तक देशभर में 274.36 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस दौरान यह आंकड़ा 293.02 लाख हेक्टेयर का था. दलहन की बात करें तो उसकी खेती भी पिछड़ी हुई है. आंकड़ों के मुताबिक 15 दिसंबर तक 128.54 लाख हेक्टेयर में दलहन की खेती की जा चुकी है, जो कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 11.44 लाख हेक्टेयर कम है. पिछले साल इस समय तक 139.98 लाख हेक्टेयर में दलहन की खेती हुई थी.
चने का रकबा पिछड़ा
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 15 दिसंबर तक देशभर में 88.48 लाख हेक्टेयर में चने की बुआई हो चुकी है, जो कि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9.53 लाख हेक्टेयर कम है. पिछले साल 15 दिसंबर तक 98.01 लाख हेक्टेयर में चना बोया गया था. उड़द और मूंग का रकबा भी पिछड़ा हुआ है. उड़द और मूंग की बुआई क्रमश: 3.87 लाख हेक्टेयर और 1.18 लाख हेक्टेयर में हुई है.
तिलहन की बुआई बढ़ी
एक ओर जहां गेहूं, रबी धान और दलहन की बुआई पिछड़ी हुई है. वहीं दूसरी ओर तिलहन के रकबे में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. 15 दिसंबर तक देशभर में 99.11 लाख हेक्टेयर में तिलहन की बुआई हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस दौरान 98.08 लाख हेक्टेयर में तिलहन बोया गया था. रबी तिलहन की सबसे बड़ी फसल सरसों की बुआई 2.29 लाख हेक्टेयर बढ़कर 92.46 लाख हेक्टेयर हो गई है. पिछले साल इस अवधि में 90.17 लाख हेक्टेयर में सरसों की खेती की गई थी.