उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने के सरकारी भाव में बढ़ोतरी कर दी है. सरकार ने 2023-24 (अक्टूबर से सितंबर) सीजन के लिए गन्ने की सभी किस्मों का सरकारी भाव (SAP) 20 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर करीब 370 रुपए कर दिया है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश देश के सबसे बड़े गन्ना उत्पादक राज्यों में से एक है और यहां सबसे ज्यादा निजी चीनी मिलें हैं. राज्य के करीब 4.5 मिलियन किसान सीधे तौर पर गन्ने की फसल पर निर्भर हैं. बता दें कि राज्य के गन्ना किसान प्रदेश में किसी भी राजनीतिक दल के लिए एक महत्वपूर्ण मतदाता हैं.
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और कर्नाटक उन राज्यों में से हैं जो इनपुट लागत या SAP के आधार पर गन्ना खरीद का मूल्य तय करते हैं. दूसरी ओर अन्य राज्य कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिश पर केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए उचित और लाभकारी मूल्य का पालन करते हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की यूपी सरकार ने आखिरी बार 2021-22 के शुगर सीजन के लिए विधानसभा चुनाव से पहले 2021 में गन्ने का सरकारी भाव 25 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया था. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में गन्ने की तीन प्रजातियां अगैती, सामान्य और अस्वीकृत पाई जाती हैं. राज्य में गन्ने की खेती में अगैती किस्म का हिस्सा 95 फीसद से ज्यादा है, इसके बाद सामान्य किस्म का 2.7 फीसद और अस्वीकृत किस्म का 0.3 फीसद हिस्सा है.