कृषि आयुक्त पी के सिंह ने कहा है कि गेहूं की बुआई का आखिरी चरण चल रहा है और इसकी बुआई अगले 10 दिन तक जारी रहेगी. उनका कहना है कि चालू रबी सीजन में अभी तक गेहूं के रकबे में गिरावट देखने को मिल रही है और अगले 10 दिन में होने वाली बुआई से इसकी भरपाई हो जाएगी. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू रबी सीजन में 29 दिसंबर तक देशभर में गेहूं की बुआई करीब 4 लाख हेक्टेयर घटकर 320.54 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस दौरान 324.58 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती हुई थी.
गौरतलब है कि गेहूं रबी सीजन की मुख्य फसल है और जिसकी बुआई सामान्यतौर पर अक्टूबर में शुरू होती है और कटाई मार्च से अप्रैल तक होती है. उनका कहना है कि अगर बीते 5 साल गेहूं की बुआई के औसत रकबे 307.32 लाख हेक्टेयर से तुलना करें तो इस साल अब तक गेहूं की बुआई का क्षेत्रफल ज्यादा है. उनका कहना है कि अगले 10 दिन तक बुआई जारी रहने पर अभी तक घटे रकबे की भरपाई हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि चालू रबी सीजन में गेहूं के कुल रकबे में 60 फीसद से ज्यादा क्षेत्रफल में जलवायु अनुकूल बीज की बुआई हुई है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक तापमान गेहूं की फसल की सामान्य वृद्धि के लिए अनुकूल रहेगा. पी के सिंह के मुताबिक गेहूं की नई किस्मों को अपनाने से उत्पादकता ज्यादा रहने की उम्मीद है. मौजूदा समय में वर्तमान में गेहूं की फसल अंकुरण की अवस्था में है. उन्होंने कहा कि मौजूदा ठंडे तापमान में गेहूं के फसल को लेकर संभावनाएं अच्छी दिख रही हैं. सरकार ने विपणन वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 150 रुपये बढ़ाकर 2,275 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है.