उत्तरी राज्यों में उत्पादन कम होने की वजह से सितंबर 2023 के दौरान भारत के कुल चाय उत्पादन में 17 फीसद की भारी गिरावट दर्ज की गई है. चाय का उत्पादन पिछले साल की समान अवधि की 195.69 मिलियन किलोग्राम की तुलना में 162.90 मिलियन किलोग्राम दर्ज किया गया है. चाय के उत्पादन में जो गिरावट आई है उसका प्रमुख कारण उत्तरी राज्यों में उत्पादन में कमी के आंकड़े हैं.
सितंबर के लिए जारी चाय बोर्ड के अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक उत्तर भारत में चाय उत्पादन में 19 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि दक्षिण भारत में चाय का उत्पादन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.42 फीसद ज्यादा है. सितंबर के दौरान उत्तर भारत में उत्पादन पिछले साल की समान अवधि के 172.22 मिलियन किलोग्राम के मुकाबले घटकर 138.86 मिलियन किलोग्राम रह गया है, जबकि दक्षिण भारत में उत्पादन बढ़कर 24.04 मिलियन किलोग्राम दर्ज किया गया था. पिछले साल की समान अवधि में दक्षिण भारत में चाय का उत्पादन 23.47 मिलियन किलोग्राम था. देश के सबसे बड़े चाय उत्पादक राज्य असम में उत्पादन करीब 22 फीसद की गिरावट के साथ 88.44 मिलियन किलोग्राम दर्ज किया गया था.
असम के घाटी क्षेत्र में 22 फीसद की गिरावट के साथ 83.32 मिलियन किलोग्राम और कछार में उत्पादन करीब 12 फीसद गिरकर 5.12 मिलियन किलोग्राम दर्ज किया गया था. चाय बोर्ड उत्तर भारत में अंग्रेजी नीलामी मॉडल पर वापस लौट आया है. आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में कुल चाय उत्पादन 15 फीसद घटकर 46.29 मिलियन किलोग्राम दर्ज किया गया था, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 54.77 मिलियन किलोग्राम किलोग्राम था. बंगाल के डुअर्स इलाके में चाय उत्पादन 18.31 फीसद गिरकर 25.73 मिलियन किलोग्राम दर्ज किया गया था, जबकि तराई क्षेत्र में यह आंकड़ा 11 फीसद की गिरावट के साथ 19.68 मिलियन किलोग्राम दर्ज किया गया था.