भारत ने शुक्रवार को मोजाम्बिक से तुअर (अरहर) दाल की खेप आने में देरी पर चिंता व्यक्त करते हुए उससे बंदरगाहों पर तेजी से प्रक्रिया पूरी कर खेप रवाना करने का अनुरोध किया है. भारत घरेलू कमी को पूरा करने के लिए दालों का आयात करता है. उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने यहां मोजाम्बिक के उच्चायुक्त एर्मिंडो ए परेरा के साथ एक बैठक में तुअर दाल से जुड़े व्यापार संबंधी मुद्दों पर चर्चा की.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार सचिव ने मोजाम्बिक में जुलाई, 2023 से उत्पन्न होने वाली प्रक्रियात्मक बाधाओं पर चिंता व्यक्त की, जिनसे वहां से तुअर खेप के निर्यात में देरी हो रही है. सिंह ने शीघ्र मंजूरी की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि तुअर खेप मोजाम्बिक बंदरगाहों पर मंजूरी का इंतजार कर रही हैं. उन्होंने मोज़ाम्बिक से तुअर के निर्बाध निर्यात को सुनिश्चित करने के लिए उच्चायुक्त से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है.
बयान के अनुसार, इस बात पर भी जोर दिया गया कि तुअर के व्यापार के लिए द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) को बरकरार रखने की जरूरत है, क्योंकि यह दोनों देशों के उत्पादकों और उपभोक्ताओं के प्रति भारत और मोजाम्बिक की प्रतिबद्धता का प्रतीक है. बैठक में उच्चायुक्त ने भरोसा दिया कि तुअर व्यापार से संबंधित मौजूदा मुद्दों को हल करने और मोजाम्बिक से भारत में तुअर निर्यात का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.