भारत राइस (Bharat Rice) के नाम से रिटेल दुकानों पर जल्द ही सस्ता चावल उपलब्ध हो सकता है. केंद्र सरकार भारत राइस ब्रांड के तहत करीब 4.5 लाख टन चावल की बिक्री कर सकती है और यह बिक्री नैफेड, केंद्रीय भंडार तथा NCCF के जरिए होने की संभावना है. रिटेल आउटलेट्स पर बिक्री के लिए फिलहाल इस चावल की कीमत तय करने के साथ यह विचार हो रहा है कि पैकिंग का आकार कैसा होगा.
मौसम की मार की वजह से इस साल देश में चावल की उपज पर असर पड़ा है जिस वजह से रिटेल बाजार में कीमतें लगातार बढ़ रही है, ऐसे में चावल की महंगाई से उपभोक्ताओं को बचाने के लिए सरकार सस्ता चावल बेचने की योजना बना रही है. चावल की कीमतों को काबू करने के लिए सरकार की तरफ से खुले बाजार में चावल भी बेचा जा रहा है लेकिन इसके बावजूद कीमतें ऊपरी स्तर पर बनी हुई हैं.
सस्ते में चावल बिक्री से पहले सरकार भारत ब्रांड के तहत बाजार में दालों और आटे की बिक्री हो रही है, यह बिक्री भारत दाल तथा भारत आटा नाम से की जा रही है, भारत दाल ब्रांड के तहत 60 रुपए प्रति किलो की दर पर चना दाल बेची जा रही है वहीं भारत आटा के तहत 27.50 रुपए प्रति किलो की दर से आटे की बिक्री हो रही है.
लंबे समय से खाद्य महंगाई सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है, दिसंबर के दौरान रिटेल महंगाई दर का आंकड़ा 5.69 फीसद दर्ज किया गया है और यह 4 महीने का ऊपरी स्तर है, रिटेल महंगाई को यहां तक पहुंचाने में खाद्य महंगाई का ही सबसे बड़ा योगदान है. अनाज, मसाले फल और सब्जियों की महंगाई आसमान पर है जिस वजह से रिटेल महंगाई में बढ़ोतरी देखी जा रही है. सरकार सस्ते में आटा, चावल और दाल बेचकर इसी खाद्य महंगाई को काबू करना चाहती है, ताकि कुल रिटेल महंगाई में कमी आ सके.