भारतीय कपास निगम (सीसीआई) ने चालू 2023-24 सत्र में अबतक 32.81 लाख गांठ कपास की खरीद की है. इसमें सबसे अधिक खरीद तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र से की गई है. सीसीआई ने मंगलवार को यह जानकारी दी है. सीसीआई न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर कपास की खरीद के लिए सरकार की नोडल एजेंसी है. यह तब खरीद करता है जब कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) स्तर से नीचे गिर जाती हैं. कपास का सीजन अक्टूबर, 2023 से सितंबर, 2024 तक चलता है.
पिछले साल निगम ने नहीं खरीदा था कपास
सीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगम ने पिछले साल कपास की खरीद नहीं की थी, क्योंकि कीमतें एमएसपी से ऊपर चल रही थीं. हालांकि इस साल अक्टूबर, 2023 के मध्य से विभिन्न कारकों के कारण कीमतों में गिरावट शुरू हो गई और सीसीआई ने खरीद शुरू कर दी. कपास सत्र 2023-24 में अबतक लगभग 32.81 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम की) की खरीद एमएसपी पर की गई है. अधिकारी ने कहा कि ज्यादातर कपास की खरीद तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से की गई है.
जिसमें से सीसीआई ने पहले ही 3.37 लाख गांठ कपास का निपटान कर दिया है. सरकार ने 2023-24 के लिए मीडियम स्टेपल कपास के लिए एमएसपी 6,620 रुपये प्रति क्विंटल, जबकि लंबे रेशे वाले कपास के लिए 7,020 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. अधिकारी ने कहा कि मार्च के अंत से, खुले बाजार में कपास की कीमतें एमएसपी से ऊपर चल रही हैं और इसकी संभावना नहीं है कि किसान अपनी उपज सीसीआई को बेचेंगे. हालांकि, यदि दरें फिर से समर्थन मूल्य से नीचे आती हैं तो सीसीआई खरीद के लिए तैयार होगा. कृषि मंत्रालय के अनुमान के अनुसार, 2023-24 सत्र के लिए कपास का उत्पादन 323.11 लाख गांठ होने का अनुमान है, जो 2022-23 में प्राप्त 336.6 लाख गांठ से कम है.