सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए अमेरिका को शुल्क दर कोटा (टीआरक्यू) योजना के तहत 8,606 टन कच्ची चीनी के निर्यात को अधिसूचित कर दिया है. टीआरक्यू के तहत निर्यात पर अपेक्षाकृत कम सीमा शुल्क लगता है. कोटा पूरा होने के बाद अतिरिक्त आयात पर उच्च शुल्क लागू होता है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक सार्वजनिक अधिसूचना में कहा कि टीआरक्यू योजना के तहत एक अक्टूबर, 2023 से 30 सितंबर, 2024 तक अमेरिका को निर्यात की जाने वाली 8,606 टन कच्ची चीनी की मात्रा अधिसूचित की गई है.
भारत चीनी का दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और सबसे बड़ा उपभोक्ता है. भारत ने यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ भी चीनी निर्यात के लिए तरजीही कोटा व्यवस्था की है. डीजीएफटी ने कहा कि कोटा का संचालन कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) द्वारा किया जाएगा.
चीनी उत्पादन घटकर 111.80 लाख टन
चालू शुगर सीजन 2023-24 में 31 दिसंबर तक देश में चीनी उत्पादन घटकर 111.80 लाख टन दर्ज किया गया है, जबकि पिछले साल इस अवधि के दौरान 121.20 लाख टन चीनी का उत्पादन दर्ज किया गया था. इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन यानी ISMA ने यह जानकारी साझा की है. शुगर सीजन 2023-24 में 31 दिसंबर तक कुल 512 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई हुई है, जबकि पिछले साल इस अवधि में यह आंकड़ा 509 चीनी मिल का था.