विदेशी नंबर से व्हाट्सएप (Whatsapp) पर हो सकता है आपको भी कोई मिस कॉल आया हो या मैसेज में घर बैठे काम करने का ऑफर दिया गया हो.पिछले दो हफ्ते से कई व्हाट्सएप यूज़र्स ने इस बारे में शिकायत की हैं. खासतौर पर ऐसा उन यूज़र्स के साथ ज़्यादा हो रहा है जो व्हाट्सएप का बिज़नेस अकाउंट चलाते हैं. मैसेज या कॉल करने वाले लोग लोग आमतौर पर “घर से काम” (Work from Home) करने का ऑफ़र देते हैं जिसमें उनसे कहा जाता है कि उन्हें ऑनलाइन कुछ प्रॉडक्ट्स को लाइक करना होगा और इसके बदले में उन्हें पैसा दिया जाएगा. इसी बीच यूज़र्स के साथ ठगी हो जाती है.
एक्शन में सरकार
ढेरों शिकायतों के बाद सरकार ने भी अब इस ओर ध्यान दिया है. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार इस बारे में व्हाट्सएप को नोटिस भेजेगी. वहीं व्हाट्सअप के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने अपने आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग सिस्टम को बेहतर किया है और इससे ये स्पैम कॉल्स आना 50 फीसदी तक कम हो जाएंगे. मीडिया रिपोर्ट्स में चंद्रशेखर ने कहा कि देश में इस तरह के क्लोन नंबर बनाने वाले प्लेटफॉर्म को ब्लॉक करने के लिए आईटी मंत्रालय दूरसंचार विभाग के साथ काम करेगा. अगर कोई प्लेटफॉर्म (व्हाट्सएप) किसी को फर्जी मोबाइल नंबर केअकाउंट बनाने की अनुमति दे रहा है तो ज़रूर इसमें मौलिक रूप से कुछ गलत है.
कैसे होता है घोटाला?
इस घोटाले में आम तौर पर व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म पर मिस्ड कॉल का जवाब देने वाले व्यक्ति को या मैसेज करके यूट्यूब वीडियो लाइक करने या गूगल (Google) पर अच्छा रिव्यू लिखने के लिए कहा जाता है. इसके बदले उन्हें पैसे देने का वादा किया जाता है. स्कैमर उस व्यक्ति को शुरुआत में कुछ पैसे भी देता है जिसके बाद उसे टेलीग्राम ऐप पर किसी ग्रुप में शामिल कर लिया जाता है. यहां उस व्यक्ति से बड़े भुगतान के लिए कुछ पैसे निवेश करने के लिए कहा जाता है. लेकिन एक बड़ी राशि का निवेश करने के बाद उस व्यक्ति को ग्रुप से ब्लॉक कर दिया जाता है. फिर उसके पास कोई ऐसा ज़रिया नहीं होता जिससे वो उस व्यक्ति को खोज पाए.
कहां-कहां फैले हैं तार?
ये लाखों-करोड़ डॉलर की इंडस्ट्री है और ये लोग ऐसी वेबसाइट्स का इस्तेमाल करते हैं जो किसी भी देश का वर्चुअल नंबर बना देती हैं. टेलीग्राम और ईबे जैसे प्लेटफॉर्म पर ऐसे नंबर बनाने वाले लोगों की अच्छी खासी भरमार है. ऐसे ही घोटाले से जुड़े एक व्यक्ति ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को smscodes.io नाम के एक प्लेटफॉर्म के बारे में बताया जिसके ज़रिए अमेरिका, ब्रिटेन, पोलैंड, फिलीपींस, इंडोनेशिया और माली सहित कई देशों के फोन नंबर बनाए जा सकते थे. फिर इन नंबरों से व्हाट्सएप पर अकाउंट बनाकर लोगों से ठगी की जाती है क्योंकि इन नंबरों को पीछे किसी व्यक्ति की जानकारी नहीं होती है इसलिए उन्हें पकड़ना भी मुश्किल हो जाता है.