नौकरी से रिटायर होने के बाद बुजुर्गों के लिए नियमित आय की सबसे बड़ी समस्या होती है. अगर रिटायरमेंट के समय मिली रकम को सही योजना में निवेश कर दिया जाए तो उससे नियमित आमदनी प्राप्त की जा सकती है. इस मामले में सरकार की सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) शानदार विकल्प साबित हो रही है. बजट 2023 में निवेश की सीमा बढ़ाने के बाद से इस योजना की चमक और बढ़ गई है. नियमित कमाई के लिए बुजुर्ग इस स्कीम में जमकर निवेश कर रहे हैं. वित्त वर्ष 2023-24 के पहले महीने अप्रैल में इस योजना में 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आया है जो इससे पिछले साल की तुलना में करीब तीन गुना अधिक है. अप्रैल 2022 में इस योजना में 3000 करोड़ रुपए जमा हुए थे.
कौन कर सकता है निवेश
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना सिर्फ उन लोगों के लिए है जिनकी आयु 60 वर्ष हो चुकी है या इससे ज्यादा है. जिन लोगों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का लाभ लिया है और कोई काम नहीं कर रहे हैं, वह 55 साल की आयु होने पर इस योजना में निवेश कर सकते हैं. रक्षा क्षेत्र में सेवाएं दे चुके व्यक्ति 50 साल के बाद इस योजना में शामिल हो सकते हैं. जो लोग 60 साल से पहले रिटायर हो रहे हैं, वह रिटायरमेंट की रकम मिलने के एक माह के भीतर ही यह खाता खोल सकते हैं. रिटायरमेंट के समय मिली रकम से ज्यादा इस खाते में निवेश नहीं कर सकते. खाता व्यक्तिगत या पति-पत्नी के साथ संयुक्त रूप से खोला जा सकता है.
कितना मिलेगा ब्याज
निश्चित रिटर्न वाली योजनाओं की तुलना करें वरिष्ठ नागरिक जमा योजना में फिलहाल सबसे ज्यादा यानी सालाना 8.2 फीसद ब्याज मिल रहा है जो सरकारी बैंकों की पांच साल की एफडी की तुलना में एक फीसद से ज्यादा है. इस योजना की अवधि पांच साल है जिसे बाद में तीन साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है. इस योजना में एक व्यक्ति अधिकतम 30 लाख रुपए तक जमा करा सकता है. अगर आप 30 लाख रुपए जमा करते हैं तो योजना की पूरी अवधि में हर तिमाही 61,500 रुपए ब्याज के रूप में मिलेंगे. महीने के हिसाब से यह रकम 20,500 रुपए बनती है. इस ब्याज को आप अपने बचत खाते में ईसीएस के जरिए सीधे ट्रांसफर कराने का विकल्प भी चुन सकते हैं. इस तरह आप पांच साल में 12,30,000 रुपए की कमाई कर सकते हैं. पांच साल बाद निवेश की गई मूल राशि आपको वापस मिल जाएगी.
टैक्स का गणित
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश की गई रकम पर आयकर की धारा 80सी के तह कर कटौती का लाभ मिलता है. इस निवेश पर मिलने वाला ब्याज निवेशक की सालाना आय में जुड़ता है जिस पर स्लैब के हिसाब से टैक्स का भुगताना करना होगा. अगर ब्याज आय 50,000 रुपए से ऊपर है तो उस पर टीडीएस कटेगा. अगर कोई निवेशक आयकर के दायरे में नहीं आता है तो वह फार्म 15जी या 15एच भरकर टीडीएस कटौती से बच सकता है.
कैसे खुलवाएं खाता
देश के जिन डाकघरों में बचत खाता खुलने की सुविधा है यहां आप वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में खाता खुलवा सकते हैं. इसके अलावा सरकारी क्षेत्र के एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और पीएनबी जैसे बैंक भी इस योजना में निवेश की सुविधा दे रहे हैं. अपनी सुविधा के अनुसार आप खाता खुलवाने के विकल्प चुन सकते हैं.