अभय के पास एक फर्जी कॉल आती है. फोन करने वाला स्वयं को नौकरी डॉट की लीगल टीम से बताता है. वह अभय को बताता है कि आपके खिलाफ वारंट जारी हुआ है. आपको कोर्ट में दो घंटे के अंदर 48,456 रुपए भरने है. ऐसा नहीं करने पर आपके घर पुलिस भेजी जा रही है और फोन कट जाता है. अभय अपने सहयोगी को मैसेज दिखाता है. डरा हुआ अभय समझ नहीं पा रहा कि क्या करे?
धोखाधड़ी का ताजा मामला जॉब पोर्टल Naukri.com के नाम का सहारा लेकर ठगी करने से जुड़ा है. अभय को फंसाने की कोशिश की गई है. अभय अकेले ऐसे शख्स नहीं हैं जिन्हें इस तरह के कॉल और मैसेज आते हैं. ऐसे कॉल या मैसेज आपको डराने- धमकाने की नीयत से किए जाते हैं ताकि ठगी की जा सके. पैसे न देने पर पुलिस की धमकी दी जाती है. इन हथकंडों से अंजान लोग डर और बेइज्जती से बचने के लिए पैसे दे देते हैं. अब अभय परेशान हैं कि जब उन्होंने कुछ किया ही नहीं है तो वारंट क्यों जारी हुआ. पुलिस क्यों पकड़ेगी. अब क्या करें? अभय के इन सवालों का जवाब देने से पहले जानते हैं देश में साइबर क्राइम का हाल.
क्या है स्थिति?
देश जैसे-जैसे डिजिटल हो रहा है. धोखाधड़ी के नए-नए तरीके इजाद हो रहे हैं. देश में साल 2020 से अब तक यानी 3 साल में साइबर क्राइम के 16 लाख मामले सामने आए हैं. इसमें 32 हजार से ज्यादा FIR दर्ज की गई हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दिसंबर 2022 में संसद में यह जानकारी दी थी. अब तक 180 करोड़ रुपए से ज्यादा की वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े लेनदेन को रोका गया है. साइबर क्राइम में वो सारी आपराधिक गतिविधियां आती हैं जिनमें कम्प्यूटर या कम्प्यूटर नेटवर्क का इस्तेमाल होता है.
कैसे कंगाल बना सकता है डर?
फर्जी मैसेज और कॉल के जरिए लोगों को बड़े पैमाने पर निशाना बनाया जा रहा है. क्रिमिनल माइंड लोग आपके मन में डर पैदा करते हैं..वे आपसे बोलेंगे कि कोर्ट में आपका चालान पेडिंग है. वारंट जारी हुआ है. पुलिस आपके घर आएगी… लकी ड्रा निकला है. इन्वेस्टमेंट टिप्स देंगे, बिजली बिल नहीं भरा है, नौकरी लगवाने जैसे तमाम हथकंडे अपनाएंगे ताकि आपके मन में डर पैदा हो. और इस डर से आपकी सोचने-समझने की क्षमता पर असर पड़े और आप तुरंत पैसे ट्रांसफर कर दें. लेकिन इस तरह के कॉल से डरने की कोई जरूरत नहीं है. इस तरह की चुनौतियों का डट कर मुकाबला करें.