होम लोन आपके ऊपर एक भार की तरह होता है जिसे आप जल्द से जल्द उतारना चाहते हैं. वह भी उस समय जब आपके हाथ में पर्याप्त पैसा हो या इक्विटी बाजार काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा हो और ब्याज दरें भी सामान्य से कम हों. हालांकि, इसी समय आपके सामने एक फाइनेंशियल दुविधा उत्पन्न होती है, कि क्या आपको अतिरिक्त पैसों का निवेश करना चाहिए या इसका उपयोग बकाया लोन का भुगतान करने के लिए करना चाहिए? अगर आपके मन में भी यह सवाल उठता है कि फाइनेंशियल प्लानिंग के लिहाज से बेहतर क्या होगा? तो मनी 9 हेल्पलाइन पर प्रोमोर फिनटेक की सह-संस्थापक निशा संघवी आपके इन्हीं सभी सवालों का जवाब दे रही हैं.
कल्पेश दवे: मेरा होम लोन 29 लाख रुपये का है और मैं 25 साल की अवधि के लिए 22,000 रुपये की हर महीने EMI भरता हूं. मेरी सैलरी 40,000 रुपये है. मुझे गाइड कीजिए.
संघवी: आपके केस में, आपकी आय का 50% से ज्यादा EMI में जा रहा है. यदि आपके पास आकस्मिक निधि, टर्म प्लान या हेल्थ इंश्योरेंस जैसा कोई बैकअप नहीं है. ऐसे मामले में यदि आपको स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों या नौकरी छूटने जैसी समस्या हो जाए तो EMI भरना आपके लिए बहुत भारी हो जाएगा. मेरा सुझाव है कि यदि आपके पास कुछ पैसा है तो अपने लोन की मूल राशि का भुगतान करें. इससे लोन अमाउंट को कम करने में मदद मिलेगी.लोन की अवधि वही रखें और EMI कम करें. आप जिस EMI की बचत करेंगे, उसका निवेश वेल्थ एसेट में करें.