कमाई शुरू करते ही युवाओं के सपनों को पंख लग जाते हैं, लेकिन इस दौरान उन्हें अपने भविष्य को भी सुरक्षित रखने के बारे में सोचना चाहिए. जो लोग करियर के शुरुआती दौर में हैं उन्हें जानकार सबसे पहले टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) लेने की सलाह देते हैं. क्योंकि ये आपके साथ किसी भी अनहोनी की स्थिति में आपके परिवार को आर्थिक परेशानी से निपटने में मदद करता है. टर्म इंश्योरेंस लेते समय इसकी अवधि और अन्य डिटेल्स के बारे में अच्छे से जानकारी ले लेनी चाहिए.
कितने साल का लेना चाहिए प्लान?
अपनी जरूरतों के हिसाब से ही टर्म प्लान लेना चाहिए. बहुत से लोग प्रीमियम बचाने के चक्कर में छोटी अवधि का प्लान ले लेते हैं, लेकिन ऐसी गलती न करें. जानकारों का मानना है कि आमतौर पर टर्म प्लान 5, 10, 20, 30 या 40 वर्ष की अवधि तक के लिए लिया जा सकता है. छोटी अवधि का बीमा लेने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसे प्लान लेने पर आपको भले ही अभी कम प्रीमियम चुकाना पड़े, लेकिन पॉलिसी की अवधि खत्म होने के बाद अगला प्लान खरीदने पर आपको ज्यादा प्रीमियम चुकाना पड़ेगा.
क्या होता है टर्म इंश्योरेंस?
टर्म इंश्योरेंस एक तरह की जीवन बीमा पॉलिसी है जो सीमित अवधि के लिए निश्चित भुगतान दर पर कवरेज देती है. इसमें अगर बीमाधार की मृत्यु पॉलिसी अवधि के दौरान होती है तो नॉमिनी को बीमा कवर मिलेगा. इससे परिवार को वित्तीय सुरक्षा मिलती है. हालांकि इसमें जीवन बीमा पॉलिसी की तरह मैच्योरिटी रिटर्न नहीं मिलता है.
टर्म इंश्योरेंस लेते समय ध्यान रखें ये बातें
– जानकारों के मुताबिक टर्म इंश्योरेंस प्लान सालाना इनकम का 10-15 गुना होना चाहिए. हालांकि आप अपनी जरूरत के हिसाब से इसे बाद में बढ़ा भी सकते हैं.
– करियर के शुरुआत में ही टर्म इंश्योरेंस लेने की इसलिए सलाह दी जाती है क्योंकि आप जितनी जल्दी खरीदेंगे, उतना ही आपको ये सस्ता पड़ेगा. ज्यादा उम्र में प्लान लेने पर आपको ज्यादा प्रीमियम चुकाना पड़ेगा.
– टर्म इंश्योरेंस लेते समय समय उसकी शर्तों को अच्छे से पढ़ लें. ये जरूर देखें कि किन वजहों से हुई मृत्यु को पॉलिसी में कवर किया जाएगा क्योंकि कई बार हर तरह की मृत्यु का कवर इसमें नहीं मिलता है.