भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में लिए गए फैसलों का गुरुवार को ऐलान करते हुए आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ी घोषणा की. उन्होंने बताया कि चेक क्लियर होने में अब कुछ घंटे ही लगा करेंगे, अभी तक इसमें 2 वर्किंग डेज का समय लगता था. आरबीआई के इस निर्णय से आम लोगों से लेकर बिजनेस क्लास एवं संस्थानों को फायदा मिलेगा.
RBI गवर्नर ने कहा कि चेक को कुछ घंटों में स्कैन, पेश और पास किया जाएगा. इस सिलसिले में विस्तृत दिशा-निर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे. वर्तमान में, चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS) के तहत तहक चेक क्लियर होने में दो दिनों का वक्त लगता था. आरबीआई के इस निर्णय का मकसद चेक क्लियरेंस की दक्षता में सुधार करना और निपटान जोखिम को कम करना है. इससे ग्राहक अनुभव भी बेहतर बनेंगे. उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान सीटीएस को मौजूदा प्रणाली से ‘ऑन-रियलाइज़ेशन-सेटलमेंट’ में बदलनपे के लिए कई अहम प्रस्ताव दिए गए हैं.
रेपो रेट में नहीं हुआ बदलाव
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिवसीय बैठक में रेपो रेट में बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर बनी रहेगी. यह लगातार 9वीं बार है जब आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. एमपीसी के 6 सदस्यों में से 4 ने रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया. यह निर्णय महंगाई दर और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया है.